केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने मरीजों और उनके परिजनों से अपील की है कि वे डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मियों के काम में बाधा उत्पन्न न करें। डॉ. हर्ष वर्धन ने देश के विभिन्न भागों में कल डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार तथा कुछ अवांछित व्यवहार करने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ये कोरोना योद्धा अपनी निरंतर और निष्ठापूर्ण सेवा कार्य से कोरोना-19 को नियंत्रण करने के भरसक प्रयास कर रहे हैं। उनके इस उल्लेखनीय योगदान की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी ने खुलकर प्रशंसा की है। इन कोरोना योद्धाओं के परिश्रम के कारण देश में 150 से अधिक कोविड-19 के रोगी स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गए हैं। वास्तव में डॉक्टर और चिकित्सा कर्मी कठिन परिस्थितियों में एक गंभीर चुनौती से निपटने के जटिल कार्य में जुटे हैं।
डॉ. हर्ष वर्धन ने लोगों से अपील की कि वे डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को निर्भय होकर बिना किसी रूकावट के अपना काम करने दें। ये लोग घर-घर जाकर संदिग्ध रोगियो की न केवल पहचान कर रहे हैं अपितु देश के व्यापक हित में उनकी जांच भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सेवा भावना की सराहना की जानी चाहिए। ये स्वास्थ्य कर्मी देश में कोविड-19 से हो रहे नुकसान को न्यूनतम बनाने के संघर्ष में जुटे हैं। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मानव सेवा का भी कार्य कर रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ने लोगों से जोरदार अपील की कि वे डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के काम में सहायक बनें, उनके काम के वातावरण और सेवा भावना की उनकी प्रतिबद्धता में कमी न आने दें। आप सभी जानते हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने कोविड-19 के खिलाफ भारत के प्रयासों को परिणामजनक बताते हुए प्रशंसा की है। इस प्रशंसनीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने से देश में बढ़ रहे मरीजों के उपचार में रूकावट उत्पन्न होगी और हमे कोविड-19 पर वांछित सफलता प्राप्त करने में देरी होगी। ऐसा होने से न केवल मरीजों को कष्ट होगा अपितु देश की अर्थव्यवस्था भी कमजोर होगी। इसलिए मैं सभी लोगों से पुरजोर अपील करता हूं कि वे डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को अपना काम करने दें तथा देश से कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को समाप्त करने के महायज्ञ में अपनी सार्थक आहुति दें।