कोरोना वायरस के प्रकोप को काबू करने के लिए किए देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान कुछ इलाकों में लोगों की सड़कों पर आवाजाही को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की मदद से सख्ती करनी शुरू कर दी है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ब्रह्मपुरी इलाके में आरएएफ की टीम ने मोर्चा संभालते हुए न केवल लोगों से घरों में रहने की अपील की बल्कि टीम की ओर से सड़कों पर घूमते लोगों पर सख्ती भी की गई। जिसका नतीजा यह हुआ कि कुछ ही देर में पूरे रोड पर सन्नाटा पसर गया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में वैसे तो पूरी तरह से लॉकडाउन का असर देखा जा रहा है। लेकिन फिर भी कुछ इलाकों से लगातार इस तरह की सूचनाएं सामने आ रही थीं कि कुछ लोग बिना किसी वजह और जरूरी काम के भी सड़कों पर टहलने के लिए निकल जाते हैं। जिनकी देखा-देखी दूसरे लोग भी ऐसा करने लगते हैं। इसकी वजह से लॉकडाउन का प्रभाव कम होने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
जिला प्रशासन ने इसे बेहद गंभीरता से लिया और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने तत्काल ही रैपिड एक्शन फोर्स को बुला लिया। आरएएफ की टीम ने सीलमपुर विधानसभा में लगने वाली ब्रह्मपुरी पुल और मेन रोड पर एनाउंसमेंट करते हुए लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर सख्त एक्शन लेने को कहा। आरएएफ की टीम ने ब्रह्मपुरी पुलिया पर मोर्चा संभालते हुए एनाउंसमेंट के साथ उधर से गुजरने वाले हर किसी वाहन चालक को रोककर चेक किया। टीम ने उनके बाहर निकलने का कारण पूछा और सही जवाब न मिलने पर कई लोगों की पिटाई भी की। आरएएफ की सख्ती के कुछ ही देर में पूरे रोड पर सन्नाटा पसर गया और फिर कोई दिखाई नहीं दिया। हां कुछ लोग जरूर अपनी छतों से आरएएफ की यह कार्रवाई देख रहे थे। आरएएफ की टीम ने पुलिया पर मोर्चा संभाला और सख्ती बरती तो कुछ ही देर में रोड खाली हो गए। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने पुलिया के पास मौजूद राशन की दुकान पर आने-जाने वालों को नहीं रोका। टीम ने राशन विक्रेता से भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा। इसके साथ ही पुलिया के पास सरकारी स्कूल में सरकारी खाना लेने के लिए भी लोगों को जाने दिया गया।

















