राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग का धरना प्रदर्शन देशभर में चर्चाओं में है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ बीते दो महीने से जारी धरने के चलते दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले मार्ग पर महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इसके चलते आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शीर्ष अदालत में प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिये कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं, जिन पर आज सुनवाई होगी।

याचिका में अवरुद्ध मार्ग को खुलवाने के लिये केंद्र सरकार को निर्देश देने की मांग की गई है। इससे पहले 10 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय की बेंच ने इस मुद्दे पर केंद्र, दिल्ली सरकार और पुलिस को नोटिस भेजा था। CAA पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर जा रहे रविवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को वापस भेज दिया गया था। हालांकि, प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि उन्हें आधिकारिक तौर पर बताया जाएगा कि यह मुलाकात कब हो सकेगी।

CAA को लेकर एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इसके खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करना जनता का अधिकार है। CAA पर आपत्ति जताने वाले लोग उनसे मुलाकात करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि बातचीत के लिए तीन दिनों के अंदर समय दिया जाएगा।

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