मदरलैंड/बाढ़/ब्रजकिशोर सिंह

पटना। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जिला बाढ़ के द्वारा कोरोना काल में छात्रों को हो रहे पढ़ाई के नुकसान को ध्यान में रखकर छात्रों को पढ़ाने के लिए अभाविप छात्रा कार्यकर्ता नव्या कुमारी एवं नगर मंत्री सनी कुमार द्वारा ‘परिषद की पाठशाला’ की शुरुआत बाढ़ के काजीचक मुहल्ला,मलाही समेत अन्य गांवों में की गई। लॉकडाउन के दौरान जब सभी विद्यालय और शिक्षण संस्थान बंद है तब “परिषद की पाठशाला” मुहिम की शुरुआत की गयी है। और अब एबीवीपी के द्वारा पूरे देश भर में इस मुहिम को चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में जब तक लॉकडाउन में विद्यालय बंद है। तबतक  गरीब छात्रों को परिषद के कार्यकर्ता निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे है।  गांव-गांव, मोहल्ला- मोहल्ला में जहाँ कहीं भी पढ़ने वाले विद्यार्थी होंगे वहां पर पढ़ाने के लिए परिषद के कार्यकर्ता उपलब्ध रहेंगे । पूरे बिहार भर में हर इकाई में, हर गांव में, हर मोहल्ले में “परिषद की पाठशाला” अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा संचालित की जा रही है।
कार्य और कार्यकर्ता ही किसी भी संगठन के पहचान होते हैं और मजबूती भी और हमारे यहां हर कार्य पुरी ईमानदारी एवं समर्पण भाव से  करने वाले कार्यकर्ता हैं जो अभावों का रोना नहीं रोते हैं एवं केवल दिन-रात सरकार की आलोचना नहीं करते रहते हैं बल्कि आगे बढ़ कर समाज के लिए  हर चुनौती का सामना करते हुए, अभाव में भी अपना प्रभाव छोड़ते हैं।  हर मुश्किलों का डट कर सामना करते हैं एवं समाज के लिए, देश के लिए, विद्यार्थियों के लिए नित्य नए प्रयोग एवं सहयोग करते रहते हैं । इस कोरोना  संकट में जब पूरे देशभर भर के सरकारी और प्राइवेट विद्यालय एवं शिक्षण संस्थान बंद हैं, ऐसी स्थिति में  देश की शिक्षा व्यवस्था चरमरा न जाए और गांव और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित ना रहे। इस बात ध्यान में रखते हुए  विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के द्वारा गली-गली, मोहल्ला-मोहल्ला जाकर छात्रों को पढ़ाया जा रहा है और अब इस मुहिम को पूरे देश में “परिषद की पाठशाला” नाम से चलाया जा रहा है। क्योंकि प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी और संपन्न छात्र ऑनलाइन क्लास के माध्यम से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं और आगे भी  जारी रखेंगे। लेकिन वैसे गरीब, निर्धन छात्र जो सुदूरवर्ती क्षेत्र में रहते हैं, इनके पास ना तो ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने का साधन है और ना ही वे चाहकर भी सुदूरवर्ती  क्षेत्र में ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से शिक्षा पूरा कर सकते हैं। गरीब छात्रों के पास न तो लैपटॉप है,न ही मोबाइल । ऐसे में उनकी पढ़ाई बाधित एवं पूरी तरह बंद है।
 ऐसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए परिषद बाढ़ के कार्यकर्ता पूरे तन-मन के साथ शारीरिक दुरी सुनिश्चित करते हुए छात्रों को 10-15 के समूह में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान आदि विषयों को गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर देश के शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए समर्पण भाव के साथ  तत्पर रहेंगे।
  छात्र अभिनंदन,सिंपी,नंदनी, अंश,आयुष,राजवीर,साक्षी,सौरव,रानी,अमन,निशा,जानवी,पीयूष,राजा,कुमकुम समेत सैकड़ो छात्र- छात्रा शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
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