नई दिल्ली। अफगानिस्तान से निकलकर भारत आने वाले लोगों के लिए 14 दिन तक अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन रहना होगा। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कहा कि अफगानिस्तान निकाले गए लोगों को दिल्ली के पास आईटीबीपी के छावला कैंप में 14 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन में रहना होगा। केंद्र सरकार ने क्वारंटाइन रखने का फैसला उसके बाद लिया है जिसमें अफगानिस्तान से भारत आए 146 लोगों में से कम से कम दो लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इन लोगों को सोमवार को काबुल से दिल्ली लाया गया। घटनाक्रम से परिचित आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान से निकाले गए 81 लोगों के पहले जत्थे को छावला के आईटीबीपी शिविर में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। आईटीबीपी के एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है। बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां से लोगों को निकालने के लिए सरकार अभियान चला रही है। युद्धग्रस्त देश से एयरलिफ्ट किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों लोगों के लिए अनिवार्य प्री-बोर्डिंग आरटी-पीसीआईर टेस्ट से छूट दे दी है। इससे पहले दिन में, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ने मंगलवार तक 228 नागरिकों और 77 अफगान सिखों सहित 626 लोगों को निकाला है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी है। अफगानिस्तान से निकाले गए लोगों में निकाले गए आईएएफ विमानों में अफगान सांसद नरेंद्र सिंह खालसा और अनारकली होनारयार और उनके परिवार शामिल थे। मंगलवार को भारत एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान में ताजिकिस्तान के दुशांबे के रास्ते काबुल से 25 भारतीय नागरिकों सहित 78 लोगों को लाया गया।














