कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सन 2015 में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को थप्पड़ मारने वाले देबाशीष आचार्या की मौत हो गई है। भाजपा ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। भाजपा से जुड़े देबाशीष आचार्या को गुरुवार को मिदनापुर के तमलुक जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देबाशीष के परिवार ने इसे हत्या का मामला करार दिया है।
देबाशीष आचार्या पर गुरुवार को कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अस्पताल में जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। उल्लेखनीय है कि साल 2015 में देबाशीष आचार्या ने अभिषेक बनर्जी को एक कार्यक्रम में थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद मंच पर मौजूद अभिषेक बनर्जी के समर्थकों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा था।
सन 2015 में देबाशीष आचार्या की पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ था। हालांकि अभिषेक बनर्जी की तरफ से बाद में कहा गया था कि उन्होंने देबाशीष आचार्या को माफ कर दिया है, लेकिन गुरुवार को देबाशीष आचार्या की रहस्यमय मौत के बाद एक बार फिर बंगाल की सियासत में गर्मी पैदा हो गई है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद जारी राजनीतिक हिंसा को लेकर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बंगाल में वर्तमान में कानून व्यवस्था की जो स्थिति है, उसमें राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। जो राज्य सरकार 213 सीटें लाकर डेढ़ महीने पहले ही चुनाव जीत कर सत्ता में आई हो, वहां राष्ट्रपति शासन लगाना प्रथमदृष्टया युक्तियुक्त नहीं लगता, लेकिन यहां के हालात बेहद जटिल हो गए हैं। यहां भिन्न विचार के लोगों का अस्तित्व खतरे में है।

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