मदरलैंड संवाददाता,

अमनौर प्रखंड के मन्दरौली गांव की लड़की *अमीषा कुमारी* पिता *प्रमोद कुमार सिंह*
माता *गुड़िया सिंह*
विद्यालय उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज अमनौर* की छात्रा बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट काॅमर्स की परीक्षा 2020 में रिजल्ट सुधार के बाद जिले में सबसे अधिक अंक हासिल कर जिला टाॅपर बनी। 24 मार्च 2020 को बिहार बोर्ड द्वारा इंटरमीडिएट का रिजल्ट घोषित किया गया था, तब इस छात्रा को कुल 431 अंक प्राप्त हुए थे तब जिले के टाॅप 5 विधार्थियों में भी इसका कोई स्थान नहीं था।
अमीषा को हिंदी (50) में सिर्फ 23 अंक ही मिले थे जबकि उसका कहना था कि केवल 25 वस्तुनिष्ठ प्रश्नो में ही उसने 24 प्रश्नो के सही उत्तर दिये थे । इसलिए या तो वस्तुनिष्ठ प्रश्नो के अंक नहीं जोड़ें गये हैं या गैर वस्तुनिष्ठ प्रश्नो के। इसी कारण कुंदन सर के कहे अनुसार स्क्रूटनी के लिए 3 विषयो हिंदी (50), अर्थशास्त्र, और लेखाशास्त्र के  लिए आवेदन किया। जिसके उपरांत 18 मई को, हिंदी मे 23 अंक जो छूट गये थे उनको जोड़कर बोर्ड द्वारा रिजल्ट दिया गया ।इस प्रकार से अमीषा 454 अंको के साथ जिला टाॅपर बन गई।
अमीषा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता तथा शिक्षक को दिया।
अमीषा का कहना था कि ये सर के अथक मेहनत का ही नतीजा है कि पिछले 3 साल से यहां का हर विधार्थी प्रथम श्रेणी में अच्छे अंको के साथ पास हुए है।
वहीं * शिक्षक ने बताया कि बिहार बोर्ड को जल्दी बाजी में रिजल्ट जारी करने की कोई आवश्यकता ही नही थी। हाई स्कूल अमनौर काॅमर्स की लगभग सभी छात्राओं के हिंदी के अंक में काफी त्रुटिया थी ,जिसके लिए मैने उन्हे स्क्रुटिनी के लिए आवेदन कराया। जिसके फलस्वरूप अमीषा और अंकिता के हिंदी विषय में बोर्ड द्वारा 23-23अंक तथा निहारिका और शिफाली शेखर के हिंदी विषय में 22-22 अंक जोड़ा गया।अमीषा का लक्ष्य सी.ए बनना है।
Previous articleथानाक्षेत्र में नाबालिक से दुष्कर्म का मामला आया प्रकाश में।
Next articleइसुआपुर प्रखंड के चकहन उच्च विद्यालय में क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को ओढ़ने वाले चादर की जगह दिया गया कफन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here