बीते दो महीने से देश में जारी प्याज के संकट को देखते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। संसद परिसर में शुक्रवार शाम हुई मीटिंग में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसकी कमी को दूर करने के लिए प्याज के इम्पोर्ट के क्रियान्वयन को लेकर गंभीर विचार विमर्श किया गया।

एक लाख बीस हज़ार टन प्याज के आयात का फैसला
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान आदि मौजूद थे। बैठक की समाप्ति पर अमित शाह या किसी भी मंत्री ने मीडिया में कोई जानकारी नहीं दी, किन्तु सूत्रों का कहना है कि बीते दिनों मंत्री मंडल ने एक लाख बीस हज़ार टन प्याज के आयात का फैसला लिया गया था। उस फैसले के क्रियान्वयन के लिए यह मीटिंग बुलाई गई थी। शाह ने निर्देश किया कि प्याज का आयात जितना जल्द हो सके, करवाया जाए।

प्याज की कीमतें 80-90 रुपये पार
वहीं, सूत्रों का कहना है कि अगले एक हफ्ते के अंदर मिस्र आदि देशों से प्याज का आयात होना चालू हो जाएगा। आपको बता दें कि इन दिनों प्याज की कीमतें 80-90 रुपये तक पहुंच गई हैं जिससे गहरा संकट उत्पन्न हो गया है। झारखंड में हो रहे चुनाव पर भी यह मूल्य वृद्धि प्रभाव डाल सकती है और दिल्ली में भी अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। मोदी सरकार दिल्ली में फ़ौरन इस संकट को दूर करने का उपाय कर रही है।

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