पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शनिवार को दोहा में अमेरिका और तालिबान के बीच होने जा रहे ऐतिहासिक शांति सम्मेलन के हस्ताक्षर कार्यक्रम में शामिल होंगे। एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह समझौता अफगानिस्तान में नृशंस युद्ध को खत्म करने के लक्ष्य से किया जा रहा है। सूचना एवं प्रसारण मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की विशेष सहायिका फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि पाकिस्तान दोनों पक्षों के बीच शांति समझौते का “स्वागत” करता है। जियो न्यूज ने अवान के हवाले से खबर दी, “इस मौके पर, विदेश मंत्री कुरैशी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करेंगे। कतर के अमीर, सात देशों के विदेश मंत्री और 50 अन्य देशों के प्रतिनिधि इस समारोह में शामिल होंगे।” उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति को लेकर हुई प्रगति प्रधानमंत्री इमरान खान के नजरिए की जीत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा से अफगान समस्या को सुलझाने के लिए “बातचीत का समर्थन” किया है। साथ ही कहा कि पाकिस्तान शांति एवं स्थिरता के लिए अपनी सकारात्मक भूमिका निभाना जारी रखेगा।
पिछले हफ्ते कतर ने अमेरिका और अफगान तालिबान के बीच हुए समझौते के हस्ताक्षर समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित किया था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ऐतिहासिक शांति समझौते के हस्ताक्षर से दो दिन पहले बृहस्पतिवार को ही कतर गए थे। खान ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक दोनों पक्षों ने आर्थिक, निवेश एवं ऊर्जा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।