लखनऊ। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के सुनियोजित नगर विकास के लिए चल रही विकास की योजनाओं को तय समय में पूरा कराया जाए। अयोध्या के निवासियों के साथ श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर नगरीय योजनाएं लागू की जाएं। मुख्यमंत्री लोकभवन में अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में कराए जा रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अयोध्या नगर निगम में सीवरेज ट्रीटमेन्ट फैसिलिटी, सीवर लाइन तथा सीवर हाउस कनेक्शन की वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं तथा आवश्यकता के अन्तर को पूरा करने के लिए डीपीआर दो चरणों में पेश होगी। प्रथम चरण में 150 किलोमीटर सीवर लाइन तथा 20 हजार घरों के लिए सीवर कनेक्शन का प्रस्ताव किया है। इसकी अनुमानित लागत 280 करोड़ रुपये है। द्वितीय चरण में सीवरेज ट्रीटमेन्ट सुविधा, 191.48 किलोमीटर सीवर लाइन तथा 20,316 घरों के लिए सीवर कनेक्शन का प्रस्ताव है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 320 करोड़ रुपये है। नगर निगम में सभी घरों तक वाटर सप्लाई कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए 105 करोड़ रुपये की धनराशि से लगभग 20,000 घरों को वाटर कनेक्शन उपलब्ध कराए जा सकेंगे। राजद्वार पार्क 80 प्रतिशत तथा अश्वनीपुरम कालोनी पार्क का 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम सहित 03 अन्य निकायों को 10.052 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करायी गयी है। नगर निगम अयोध्या हेतु आईटीएमएस परियोजना स्वीकृत की गई है। परियोजना की लागत 49.74 करोड़ रुपये है। परियोजना के लिए 12.42 करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त कर दी गयी है। परियोजना के अक्तूबर 2021 में क्रियाशील होने की सम्भावना है। स्मार्ट सिटी के तहत मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग विकसित करने की कार्यवाही भी की जा रही है। नगर निगम में कान्हा गौशाला विकसित की जा रही है, इसकी लागत 852.57 लाख रुपये है।