मदरलैंड संवाददाता, अररिया
अररिया – अररिया जवाहर नवोदय विद्यालय में अध्ययनरत 23 छात्र-छात्राएं लॉकडाउन के बाद तमिलनाडू के जवाहरलाल नवोदय विद्यालय में फंसे हुए हैं। एक माह से अधिक बीत जाने के बाद मानसिक रूप से परेशान छात्र छात्राओं ने अररिया जिला पदाधिकारी एवं अररिया पुलिस अधीक्षक से अररिया जिला वापस बुलाने की मांग की है। कहा गया है कि एक माह से वे लोग अपने परिजनों से नहीं मिल पा रहे हैं जिसके कारण उन लोगों की मनोदशा बिगड़ती जा रही है। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि व्हाट्सएप मैसेज में भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि हम लोग जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया के छात्र-छात्राएं हैं हम लोग कुल 23 विद्यार्थी हैं। जिसमें 15 लड़के और 8 लड़कियां शामिल है जोकि माइग्रेशन पॉलिसी के अंतर्गत एक वर्ष के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय माही केरला में पढ़ने गए थे जो कि हमारा मार्च माह में समाप्त हो गया और हम लोग मार्च में ही घर जाना था लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन हो जाने के वजह से हम लोग अभी तक घर नहीं जा सके हैं। हम लोग जवाहर नवोदय विद्यालय माही केरला से 21 मार्च को वापसी जवाहर नवोदय विद्यालय अररिया के लिए निकले थे और 22 मार्च को चेन्नई पहुंचे थे और फिर चेन्नई से बिहार के लिए 23 मार्च को हम लोगों का ट्रेन था लेकिन जनता कर्फ्यू के कारण हम लोगों का ट्रेन बंद हो गई और फिर हम लोगों को तमिलनाडु राज्य के जवाहर नवोदय विद्यालय कालापेट पांडिचेरी में रखा गया और लॉकडाउन हो जाने के कारण हम लोगों यहां पर पिछले 35 दिनों से हैं और हमलोगों के माता पिता हम लोगों के वजह से बहुत परेशान हैं। हम लोग यहां पर मानसिक रूप से परेशान के शिकार हो रहे हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय कालापेट तमिलनाडु में हमारे लिए कोई व्यवस्था नहीं है। छात्र-छात्राओं ने पत्र में कहा है कि हम लोगों को यहां खाने-पीने में भारी परेशानी हो रही है और यहां मच्छरों की संख्या बढ़ी हुई है जिससे हम लोग रात में सो नहीं पाते हैं। जो छात्र छात्राएं तमिलनाडु में फंसे हैं उसमें नरपतगंज प्रखंड के भवानीपुर गांव के मोहम्मद इब्राहिम के पुत्र अनस राज के अलावे अररिया के नीलू नंदिता, नीतू कुमारी, भानुप्रिया, फोजिया मसीही, निशा कुमारी, आर्या झा, स्मृति केसरी, डोली कुमारी, पंकज ऋषि, राकेश सोरेन, अंश राज, इश्तियाक आलम आदि शामिल है।