मदरलैंड संवाददाता,
सोनपुर (सारण) सोनपुर प्रखण्ड सह अनुमंडल के लगभग सैकड़ो गॉव के निर्भर किसान हरदिया चवर के किसान को भाड़ी नुकसान हुआ कारण खेत (गेहूं) बोआई के समय खेतो के पानी लेट से निकलने के कारण जनवरी माह के आखरी तक बोआई हो सका मौसम अच्छा नहीं होने के कारण फसलों के दाने चावलों जैसा हो गया फिर भी किसान अपने मिहनत करने में लगा रहा जब फसल तैयार हुआ तब से आज तक तीन बार मुश्लाधार बारिस हो गया।
अब मानो किसान का कमर के साथ-साथ हिम्मत टुट सा गया। कोरोना महामारी से जूझ रहे किसान को इस बार भुखों मरने की नौबत आएगी। क्योंकि हरदिया चवर के किसान का मुख्य उपज गेंहू ही है, धान और मक्का तो राम भरोसे ही होते है क्योंकि हर बार जब धान और मक्का का फसल पानी के कारण डूब जाता हैं या सुख ही जाता है।
अब इस बार हरदिया चवर पर निर्भर किसान मजदुर सभी के साथ बहुत बुरे वक्त का सामना करना पड़ेगा। इसपर किसानो का कहना है कि फसल क्षति असमय वर्षा जैसे कोई भी सहयोग सरकार के तरफ से सोनपुर अनुमंडल में बिहार सरकार के कृषी विभाग द्वारा नही दिया गया है। बिहार के तेइस जिला के किसान के फसलों का क्षतिपूर्ति सरकार द्वारा दिया जायेगा जिसमें सारण जिला का नाम ही नहीं है।