मदरलैंड संवाददाता, बेतिया

बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन एटक पं चम्पारण के जिला कार्यकारणी की बैठक बलिराम भवन के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में आई सी डी एस निदेशालय के द्वारा डी बी टी के द्वारा पोषाहार भुगतान को विभाग का तुगलकी फरमान बताया गया जो आई सी डी एस के मूल भावना पर हमला है। इससे भ्रष्टाचार रुकने वाला नहीं बल्कि इसका भी हस्र वहीं होगा जो अन्य योजनाओं का हुआ है। सरकार और निदेशालय को इतनी ही चिंता है तो सेविका सहायिका को मानदेय के बदले वेतन देने की घोषणा करनी चाहिए सेविका के मानदेय का भुगतान जब से राज्य केन्द्र से शुरू हुआ है तब से मानदेय भुगतान में काफी अनियमितता देखी जा रही है। निदेशालय और सरकार आंगनबाड़ी केंद्र को तहस नहस करने पर तुले हैं आंगनबाड़ी केंद्र को मिलने वाला पैसा केन्द्र सरकार से मिलता और यह केन्द्र प्रायोजित योजना है जिसमें छेड़ छाड़ करना उचित नहीं। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन सेविका सहायिका को इक्कीस हजार रुपए मानदेय देने की भी मांग करता है। यूनियन के संरक्षक ओम प्रकाश क्रान्ति ने कहा कि क्या खाता से भुगतान करने से ईन्दरा आवास योजना पेंशन योजना बच्चों के पोशाक साइकल योजना में भ्रष्टाचार समाप्त हो गया है। भ्रष्टाचार सिस्टम का देन है और व्यवस्था बदले बिना भ्रष्टाचार से मुक्ति नहीं मिल सकती। लाभुक के खाता में छोटी रकम भेजा जायेगा जिसके लिए वे बैंक दौड़ते – दौड़ते परेशान हो जायेंगे। वास्तव में आंगनबाड़ी को समाप्त करने का यह प्री रिहर्सल है यूनियन सेविका सहायिका की रक्षा के लिए कटिबद्ध है और उनके हक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करता रहेगा। मौके पर संघ के जिला महासचिव सुमन वर्मा अध्यक्ष सीमा देवी, गोदावरी देवी, रेणु देवी, हसीना खातून, प्रमिला देवी, स्नेहलता कुमारी, माला देवी, मीना देवी, श्री देवी, शीतला झा, अजय वर्मा, भीखारी महतो, शिव महतो, धन्नजय यादव, सोमेश्वर नाथ शर्मा, विजय राम, अजीत दास, आदि उपस्थित रहे। २१ जून के राज्य स्तरीय बैठक के बाद चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।

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