लंदन। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तन ज्योफ्री बॉयकॉट ने राष्ट्रीय टीम की जगह आईपीएल खेलने वाले क्रिकेटरों को जमकर फटकारा है। बॉयकॉट ने इसके साथ ही इन खिलाड़ियों को अनुमति देने के लिए इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को भी आड़े हाथों लिया है। इस पूर्व कप्तान ने कहा है कि आईपीएल) को प्राथमिकता देने वालों के क्रिकेटरों के पैसे काटे जाने चाहिए। वहीं इससे पहले इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने इस बात की पुष्टि की थी कि न्यूजीलैंड के साथ सीरीज के दौरान आईपीएल में खेलने वाले इंग्लैंड के खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसका यह अर्थ है कि इस लीग के अंतिम चरण में पहुंचने वाली टीमों के इंग्लैंड के खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरुआती टेस्ट के लिए शायद उपलब्ध नहीं रहेंगे। बॉयकॉट ने लिखा कि इन सभी खिलाडिय़ों ने इंग्लैंड के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए अपनी पहचान बनाई है और इसके लिए उन्हें अच्छी तरह से भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी यह भूल जाते है कि अगर वे इंग्लैंड के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे तो उन्हें आईपीएल में भी खेलने का अवसर कोई नहीं देगा। ऐसे में उन्हें इंग्लैंड के प्रति समर्पण दिखाना चाहिये और अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिये।
इस खिलाड़ी ने कहा कि मैं उन्हें पैसे कमाने से नहीं रोकना चाहता हूं पर राष्ट्रीय टीम की भी अनदेखी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ईसीबी पर खिलाडिय़ों के प्रति नरम रवैया अपनाने का आरोप लगते हुए खिलाड़ियों को आराम देने की रोटेशन नीति की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड ने भारत में रोटेशन नीति को ठीक से लागू नहीं किया। अगर कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम का साथ छोड़कर छुट्टी पर जाना चाहते है तो उनके पैसे काटे जाने चाहिए। जब तक खिलाड़ी पूरी श्रृंखला के लिए उपलब्ध होने की बात न कहे उसे टीम में जगह नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ का हवाला देकर राष्ट्रीय टीम का साथ छोड़ सकते है पर आईपीएल को लेकर वे ऐसा नहीं करते हैं।