लंदन। इंग्लैंड का पेशेवर क्रिकेट संघ (पीसीए) उस पुराने नियम में बदलाव करने जा रहा है जिसके तहत इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने वाले बिना केंद्रीय अनुबंध प्राप्त क्रिकेटरों को अपने वार्षिक वेतन के अनुपात का एक हिस्सा भुगतान करने के लिए बाध्य होना पड़ता है। मौजूदा प्रणाली के अनुसार केंद्रीय अनुबंध के बाहर के इंग्लैंड के क्रिकेटरों को काउंटी में पहले 21 दिन के खेल में नहीं रहने के कारण वार्षिक वेतन का एक फीसदी हिस्सा देना होता है। इसके बाद हर दिन के हिसाब से 0.7 फीसदी (वेतन का) का हिस्सा देना होता है। पीसीए के क्रिकेट संचालन निदेशक डेरिल मिशेल ने कहा, ‘आईपीएल में भाग लेने वालों के लिए काउंटी वेतन से कटौती के लिए एक प्रणाली को साल 2010 में तैयार किया गया था।’ उन्होंने कहा, ‘हमें इसके बारे में सदस्यों से अनुरोध प्राप्त हुए हैं और हमें लगता है कि अब इसे अपडेट करने की जरुरत है। इस प्रणाली के बारे में चर्चा करने की जरूरत है।’