भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को क्वारंटीन से भी राहत
मुम्बई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने एक अहम फैसले में कहा है कि खिलाड़ी एक बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) बाये बबल से दूसरे में जा सकेंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 से पहले यह एक अहम फैसला है। बीसीसीआई ने बायो बबल प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करते हुए यह बात कही है। बीसीसीआई ने कहा है कि खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम के बायो बबल से सीधे फ्रेंचाइजी के बायो बबल में आ सकते हैं। बीसीसीआई ने इसके साथ ही भारतीय और इंग्लैंड की टीम को बड़ी राहत दी है। इस समय दोनों टीमें सीरीज खेल रही हैं और ऐसे में बीसीसीआई ने भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को बिना क्वारंटीन से गुजरे आईपीएल फ्रेंचाइजी के बायो बबल में प्रवेश की अनुमति दी है, वहीं अन्य हालातों में चाहे खिलाड़ी हों, फ्रेंचाइजी मालिक, प्रबंधन के सदस्य, कॉमेंटेटर या मैच अधिकारी सभी को सात दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रहना पड़ेगा। बीसीसीआई ने अपने एक नोट में लिखा है कि भारत और इंग्लैंड सीरीज के लिए जो बायो बबल बनाया गया है उससे आने वाले खिलाड़ी बिना क्वारंटीन से गुजरे फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ सकते हैं, हालांकि इसके लिए उन्हें टीम होटल में सीधे टीम बस या चाटर्र फ्लाइट से आना होगा। नोट के मुताबिक अगर चाटर्र फ्लाइट का इस्तेमाल किया जाता है तो क्रू के सदस्यों को सभी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
अगर यातायात संबंधी प्रबंध बीसीसीआई के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के हिसाब से होते हैं तो खिलाड़ी सीधे फ्रेंचाइजी के बायो बबल में शामिल हो सकते हैं और उन्हें क्वारंटीन या कोरोना टेस्ट (आरटीपीसीआर) की जरूरत नहीं होगी, हालांकि फ्रेंचाइजी के अधिकारियों ने कहा है कि बबल टू बबल नियम तभी लागू होगा जब वह चाटर्र फ्लाइट से आएंगे। बीसीसीआई के इस फैसले से उन टीमों को राहत मिली है जो विदेशी बायो बबल से खिलाड़ियों के आने का इंतजार कर रही हैं। इनमें से एक दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की श्रृंखला है।