आजमगढ़ के बिलरियागंज कस्बे के मौलाना जौहर अली पार्क में बीते मंगलवार यानी 4 फरवरी 2020 को तीसरी बार सीएए, एनआरसी व एनपीए के विरोध में धरना-प्रदर्शन की शुरुआत हुई और जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं धरने में शामिल थीं। वहीं देर शाम तक धरने पर बैठी महिलाओं को समझाने का सिलसिला चलता रहा।

मिली जानकारी के अनुसार गोपालपुर के सपा विधायक नफीस अहमद ने भी रात साढ़े 10 बजे पहुंचकर उन्हें समझाया, लेकिन धरना खत्म नहीं हुआ। इस बीच बताया जाता है कि सुबह चार बजे महिलाओं की ओर से सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों पर पथराव किया गया। वहीं यह भी कह जा रहा है कि पथराव में एसपी सिटी पंकज पांडेय भी घायल हुए। इसके बाद पुलिस ने लाठी लाठीचार्ज कर महिलाओं को खदेड़ दिया और आंसू गैस के गोले भी दागे। पुलिस ने पार्क में टैंकर मंगाकर पानी भर दिया। पार्क के आसपास भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी को उस ओर जाने नहीं दिया जा रहा है।

जहां जांच में बिलरियागंज कस्बे के मौलाना जौहर अली पार्क में मंगलवार को धरने की न तो पूर्व की कोई एलान ही थी, न ही अनुमति लिया गया था। पुलिस और जिला प्रशासन को ऐसे किसी आयोजन की जानकारी ही नहीं थी। वहीं बीते मंगलवार यानी 4 फरवरी 2020 को 11 बजे के लगभग मौलाना जौहर अली पार्क में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं तिरंगा झंडा लेकर पहुंच गई। वहीं इसके बाद मौके पर धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी शुरू हो गई। सीएए, एनआरसी व एनपीए को लेकर आयोजित इस धरना-प्रदर्शन की जानकारी होते ही बिलरियागंज पुलिस के हाथ पांव फूल गये। पुलिस टीम मौके पर पहुंच गयी और धरना समाप्त कराने की कवायद शुरू कर दी गई। शाम पांच बजे के लगभग मौलाना ताहिर मदनी व पूर्व चेयरमैन मोहम्मद आरिफ भी मौके पर पहुंच गए। इन लोगों ने भी महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिलाओं का कहना था कि जब तक दिल्ली के शाहीन बाग में धरना चलेगा तब तक वे भी धरना देती रहेंगी।

Previous articleदेशभर में अभी तक एनआरसी लागू करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है : मंत्री नित्यानंद राय
Next articleशाहीन बाग और हिंदुओं को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है : संबित पात्रा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here