राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानि आरएसएस ने कांग्रेस को चुनौती दी है। संघ से जुड़े भारतीय शिक्षा मंडल के राष्ट्रीय आयोजन सचिव मुकुल कानिटकर ने कांग्रेस को ‘NYAY’ लागू करने की चुनौती दी है। बीएसएम ने अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने के तरीके की निंदा की है। मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनर्जी से हुए मुलाकात को अच्छा बताया था और उन्हें शुभकामनाएं भी दी थी। न्याय योजना के तहत गरीब 20 फीसद परिवारों को 72,000 रुपये सालाना देने का वादा किया गया था।
Nyay योजना में बनर्जी ने की थी मदद…
बता दें कि बनर्जी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के प्रमुख वादे ‘NYAY’ योजना में मदद की थी। कानितकर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि बनर्जी जिस नीति की वकालत कर रहे थे, वह पहले ही विफल हो चुकी है। फिर भी उन्हें नोबेल पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। यह ज्यादा खतरनाक है।
कानितकर ने दिया सुझाव…
बनर्जी और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए, कानितकर ने सुझाव दिया कि विपक्षी दल को राजस्थान, मध्य प्रदेश या पंजाब जैसे बड़े पार्टी शासित राज्यों में से एक में अपनी न्याय(Nyuntam Aay Yojana) योजना को लागू करना या लागू करने की कोशिश करनी चाहिए। कानितकर ने कहा कि अगर वे बनर्जी की राजनीति में विश्वास करते हैं, तो उन्हें इसे लागू करना चाहिए।