मध्य प्रदेश के इंदौर से स्कूल से जुड़ा एक मामला सामने आया है। किसी स्कूल के परिसर से हाईटेंशन लाइन जा रही है तो कहीं एक ही भवन में सीबीएसई और एमपी बोर्ड के स्कूल एक साथ संचालित की जा रहा हैं। इसी प्रकार की कई खामियों के वजह से संयुक्त संचालक लोक शिक्षण ने इंदौर जिले के 12 सीबीएसई स्कूलों की मान्यता निरस्त कर दी है। वर्ष 2021-22 के लिए मान्यता व नवीन मान्यता के लिए संयुक्त संचालक के पास 24 स्कूलों के आवेदन पहुंचे थे।

हालांकि इसमें नवीन मान्यता के साथ नवीनीकरण के प्रकरण भी थे। लेकिन इन आवेदनों के आधार पर संयुक्त संचालक ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की निरीक्षण टीम का गठन किया गया। इस निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर ही मान्यता निरस्त कर दी गई है। जिन स्कूलों की मान्यता निरस्त हुई है, वे आयुक्त लोक शिक्षण के समक्ष अपील कर सकते हैं।

जानकारी के लिए बता दें की सीबीएसई ने पिछले वर्ष से नवीन मान्यता और नवीनीकरण के लिए संयुक्त संचालक को स्कूलों को मान्यता देने की जिम्मेदारी दी गई। संयुक्त संचालक द्वारा आगामी शिक्षा सत्र 2021-22 के लिए स्कूल परिसर में निर्धारित मापदंड पूरे होने पर मान्यता देने की अनुशंसा की जा रही है। वहीं संयुक्त संचालक मनीष वर्मा के अनुसार जांच दलों के निरीक्षण में स्कूलों में कई खामियां सामने आई है। दलों ने लॉकडाउन के पहले मार्च में स्कूलों का निरीक्षण किया था, जबकि कुछ स्कूलों का निरीक्षण लॉकडाउन खुलने के बाद इसी महीने में किया गया।

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