गुरुवार से राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी मंडल की तीन दिवसीय बैठक इंदौर में होगी। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा 300 से ज्यादा पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें बीते वर्ष की गतिविधियों की समीक्षा के अलावा नए साल में संघ की रणनीति पर चर्चा होगी।

आरएसएस की इस अहम बैठक में सीएए को लेकर देश में बन रहे माहौल पर मंथन और भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए भी कार्ययोजना तय की जा सकती है। बैठक में संघ प्रमुख भागवत के साथ भय्या जी जोशी एवं तमाम प्रांत प्रचारक, कार्यवाहक संघ चालक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के 300 से ज्यादा पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक तीन दिन चलेगी, जबकि मोहन भागवत पांच दिन इंदौर में रुकेंगे। वे कुछ अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। वे संघ के वरिष्ठ सदस्यों से व्यक्तिगत चर्चा भी करेंगे। स्थानीय स्तर पर संघ के पदाधिकारियों ने बैठकों को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। रिंग रोड स्थित एक मैरिज गार्डन के अलावा अन्य स्थानों पर भी यह बैठक होगी।

बता दें कि बीते दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के संघ की नजर में 130 करोड़ भारतीयों को हिंदू समाज से जोड़े जाने के बयान के खिलाफ हैदराबाद के एक पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। संघ प्रमुख के खिलाफ यह शिकायत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी हनुमंत राव की ओर से फाइल की गई है। पुलिस ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हनुमंत राव ने सोमवार को मोहन भागवत के इस आपत्तिजनक बयान के खिलाफ रचखोंडा कमिश्नर जोन के तहत पड़ने वाली एलबी नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

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