मदरलैंड संवाददाता, भैरोगंज
आधुनिक कृषि तकनीकी पर आधारित खेती-किसानी में नड्डा पंचायत अग्रसर है। नड्डा निवासी किसान पुष्पेंद्र सिंह ने ‘ड्रिप इरिगेशन’ पद्धति से गन्ने की खेती प्रारंभ किया है। क़ृषि की यह आधुनिक विधि क्षेत्र में पहली बार इस्तेमाल की जा रही है। किसान पुष्पेंन्द्र की माने तो आधुनिक और उन्नत खेती के लिये भारत सरकार, इस्रायल सरकार से करार हुआ है। जिसका फायदा किसानों को होगा, ड्रिप इरिगेशन के तहत किसानों को नब्बे फीसद अनुदान पर भारत और बिहार की सरकारें मिलकर कृषि यंत्र किसानों को मुहय्या करा रहे है। खेती की इस प्रविधि के तहत उपरोक्त किसान ने अपनी करीब एक हेक्टेयर गन्ने की फसल आरम्भ किया है। उन्होंने बताया की खेत का चारों मेढ़ों के निकट करीब ढाई फीट जमीन के अंदर मोटे पाईप फिट किये जा रहे हैं। इन मोटे पाइपों को आपस मे जोड़ा गया है। इन्ही मोटे पाईपों से जुड़े पतले ट्यूब गन्ने की क्यारियों के मध्य से गुजरेंगे। जिनमे पौधों के सामने सूक्ष्म छिद्र होंगे। जिनसे आवश्यकता के अनुरूप फसलों को सीधे सिंचित की जा सकेगी। ड्रमों में घोले गए उर्वरक, कीटनाशक व अन्य दवाओं को भी फसलों को सीधे सप्लाई की जा सकती है। पुष्पेंद्र की मानें तो यह प्रविधि अच्छी है। खेतिहर मजदूरों की कमी झेलते किसानों को इससे राहत मिलेगी। अनावश्यक पानी ,उर्वरकों ,कीटनाशक और दवाओं के खर्च से भी किसान बचेंगे।