कोलकाता । भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) ने कहा कि हाल में इस्पात की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी से देश के इंजीनियरिंग निर्यात पर विपरीत असर पड़ रहा है। ईईपीसी इंडिया ने कहा कि इंजीनियरिंग निर्यात को पहले ही कोविड-19 के चलते चुनौतीपूर्ण वैश्विक बाजार का सामना करना पड़ रहा है। ईईपीसी इंडिया ने कहा कि भारत का इंजीनियरिंग निर्यात अप्रैल-अक्टूबर 2020-21 के दौरान 14 प्रतिशत घट गया। ईईपीसी इंडिया ने कहा ‎कि इंजीनियरिंग निर्यातक इस्पात की बढ़ती कीमतों से बेहद चिंतित हैं। पिछले छह महीनों में हॉट रोल क्वाइल जैसे उत्पादों की कीमतें 35,000 रुपए प्रति टन से बढ़कर 42,000 रुपए प्रति टन हो गई हैं, जो इंजीनियरिंग उद्योग के लिए एक जरूरी कच्चा माल है। उन्होंने कहा कि अन्य आवश्यक धातुओं की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा कठिन होती जा रही है।

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