मदरलैंड संवाददाता,
गोपालगंज। ईद-उल-फितर पर्व को लेकर शनिवार सुबह कटेया थाना परिसर में थाना प्रभारी सुमन कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई शांति समिति की बैठक सामाजिक दूरी के नियमों को धत्ता बताने का मामला प्रकाश में आया है।विदित हो कि आने वाले ईद के त्यौहार को लेकर कटेया थाना परिसर में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें बहुत से लोग शामिल हुए थे। जिनके बैठने के लिए सामाजिक दूरी की परवाह किए बगैर बिल्कुल आपस में सटा कर कुर्सियां लगाई गई थी।ज्ञातव्य हो कि अब तक कोरोना मुक्त कटेया प्रखंड में बीते शुक्रवार कोरोना ने दस्तक दी थी. जिसके बाद कटेया नगर पंचायत समेत 14 गाँवों को कंटेन्मेंट जोन घोषित कर दिया गया था।साथ ही नगर पंचायत द्वारा लगातार माइकिंग कर लोगों से मास्क लगाने व सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की। विदित हो कि प्रशासनिक आदेश के तहत मुस्लिमों का मुख्य पर्व ईद-उल-फितर को लॉकडाउन के बीच सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए बिना भीड़ जुटाए शांतिपूर्ण संपन्न कराना है।अतएव बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं आम जनों से अपील की गई कि लोग ईद की नमाज अपने घरों पर हीं सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अदा करें।परन्तु बैठक के दौरान थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र द्वारा परिसर में हुए शांति समिति की बैठक में स्वयं ही सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ते देखा गया।बैठक के दौरान सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर कुर्सियों पर अगल-बगल ही बैठे थे। जहां बैठक के दौरान ईद पर्व को शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनाने का निर्देश दिया जा रहा था।वहीं बैठक के बाद आम लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब प्रशासन सामाजिक दूरी का पालन स्वयं नहीं कर रहा हो,तो क्या यह नियम विरुद्ध नहीं है?बिडम्बना की बात यह है कि जिस सामाजिक दूरी के नियम का पालन स्वयं प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है,उसी नियम का उल्लंघन अगर जनता के द्वारा किया जाए तो नियम विरुद्ध है। प्रशासन के इस दोहरे रवैया का चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है। लोग शान्ति समिति की बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर कर प्रशासनिक कृत्य पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहे हैं।