मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है। कई जिलों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है। वहीं उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में हुई बढ़ोतरी ने सभी को चिंता में डाल दिया है। गुरुवार को 48 नए केस सामने आए थे। इन्हें मिलाकर संक्रमितों की संख्या 105 हो गई है। वहीं मौत का आंकड़ा भी 14 तक पहुंच गया। शुक्रवार को कलेक्टोरेट में पदस्थ 51 साल के बाबू की भी कोरोना के वजह से मौत हो गई। गुरुवार सुबह ही संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें आरडी गार्डी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

बता दें की रात को उन्होंने अपने एक साथी को मोबाइल से कॉल कर कहा था कि यहां ऑक्सीजन की कमी है, मुझे यहां से निकालो। शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई। शहर के नए मरीजों में भाजपा पार्षद और जिला अस्पताल की दो नर्सें शामिल हैं। उज्जैन में चार दिनों में 74 मामले सामने आ गए हैं। लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या ने सभी को सकते में ला दिया है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि कई मामलों की जांच पेंडिंग चल रही थी। बीते चार दिनों में 650 से अधिक रिपोर्टें आई हैं। एक साथ नतीजे आने से मरीजों की संख्या बढ़ी है। शहर के कुछ और इलाकों में भी संक्रमण फैला है।

गौरतलब है की एहतियात बतौर सभी स्थानों को सील किया गया है। साथ ही सर्वे भी कराया जा रहा है। रिपोर्ट में जिला अस्पताल की दो नर्स भी शामिल हैं। इसके बाद शुक्रवार को अस्पताल के डॉक्टर और नर्सों ने सुविधा बढ़ाने और किट देने की मांग की। सीएमएचओ अनुसूइया गवली ने आश्वासन दिया कि सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। नर्सों के पॉजिटिव आने के बाद साथी कर्मचारियों की भी स्क्रीनिंग की गई है। सैंपल भी लिए गए हैं। संक्रमित भाजपा पार्षद के स्वजनों को भी क्वारंटाइन किया गया है।

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