राजनीति में उतरने का अवसर मिला तो देखेंगे
कोलकाता। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उनके राजनीति में आने की अटकलों को लेकर कोई स्पष्ट जवाब न देते हुए कहा है कि अवसर आते हैं और देखते हैं आगे क्या होता है। गांगुली दिल के दौरे के बाद से ही कोलकाता में अपने घर पर आराम कर रहे हैं। इस पूर्व कप्तान ने कहा है कि उनकी अब तक की जिंदगी काफी हैरानी भरे उतार चढ़ावों से भरी रही है और उन्हें कभी भी पता नहीं होता कि उनके लिये आगे क्या होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं भारतीय कप्तान बना था, तो मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी क्योंकि तब सचिन (तेंदुलकर) कप्तानी कर रहे थे। अगर सचिन ने इस्तीफा नहीं दिया होता तो शायद मैं कप्तान नहीं बना होता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह जब मैं बीसीसीआई अध्यक्ष बना तो मुझे बनने से कुछ मिनट पहले नहीं पता था कि मैं बीसीसीआई अध्यक्ष बनूंगा। मेरी जिंदगी इसी तरह की रही है, इसलिये देखते हैं आगे क्या होता है।’’ गांगुली ने कहा कि किसी की जिंदगी की विभिन्न चीजों को देखते हुए अवसरों पर विचार करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ‘‘अवसर आते हैं और आप कई चीजों से प्रभावित होते हो, आपका परिवार, जीवनशैली, काम, स्वास्थ्य, हम देखेंगे कि क्या होता है।’ वहीं इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दर्शकों को प्रवेश की अनुमति पर कहा कि लीग में दर्शकों को अनुमति देने से काफी ज्यादा बड़ा ‘लाजिस्टिकल’ मुद्दा खड़ा हो सकता था जो हाल में इंग्लैंड के खिलाफ समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला की तुलना में कहीं ज्यादा कठिन होता। बीसीसीआई ने घोषणा की कि मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरू और अहमदाबाद में दर्शकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी और किसी भी फ्रेंचाइजी के लिये कोई घरेलू मैच नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसकी योजना अच्छी तरह बनायी और हम इसे टुकड़ों में करेंगे। प्रत्येक टीम के लिये अधिकतम तीन चार्टर्ड उड़ानें होंगी। उम्मीद करते हैं कि हम संभाल पायेंगे। ’उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड दौरे पर टीमों के लिये केवल दो घरेलू चार्टर्ड उड़ानें थीं।’’