उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले जैसे कम होने का नाम ही नहीं ले रहे है। दरअसल बुधवार को प्रदेश में 43 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं इसके बाद अब प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1985 पहुंच चुका है। अआप्की जानकारी के लिए बता दें की अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक , अल्मोड़ा में 14, देहरादून में आठ, नैनीताल में आठ, टिहरी में नौ, रुद्रप्रयाग में दो और पौड़ी व उत्तरकाशी में एक- एक कोरोना संक्रमित केस सामने आये हैं। वहीं प्रदेश में अब तक 1230 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। हालाँकि अभी भी 717 एक्टिव केस हैं। जबकि अब तक 25 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हेा चुकी है।
दून मेडिकल कॉलेज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस नामित
आपकी जानकारी के लिए बता दें की कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज और सैंपलिंग में बेहतर कार्य करने पर केंद्र सरकार ने दून मेडिकल कॉलेज को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में नामित किया गया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. अनुराग अग्रवाल को दून मेडिकल कॉलेज का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके साथ ही सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक केंद्र सरकार ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को कोविड 19 क्लीनिकल मैनेजमेंट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस घोषित किया है। इसके साथ ही दून मेडिकल कालेज में कम समय में कोविड सैंपल जांच के लिए लैब स्थापित की गई और तेजी से सैंपलिंग की जा रही है। वहीं, कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के बाद घर भेजने की परफॉरमेंस भी अच्छी रही है। मेडिकल कॉलेज के श्वसन औषधि विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराग अग्रवाल को नोडल अधिकारी नामित किया गया है ।
एक दिन में 766 लोग किए गए संस्थागत क्वारंटीन
इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार का संस्थागत क्वारंटीन पर फोकस किया जा रहा है। वहीं एक दिन के भीतर प्रदेश में 766 लोगों को संस्थागत क्वारंटीन किया गया है। साथ ही प्रदेश में वर्तमान में 11 हजार से ज्यादा लोग सरकार की ओर से की गई व्यवस्था में क्वारंटीन हो गए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में संस्थागत क्वारंटीन किए गए लोगों की संख्या 11 हजार से अधिक पहुंच गई है। इसके अलावा एक दिन के भीतर बाहरी राज्यों के रेड जोन से आए लोगों को अलग-अलग जिलों में संस्थागत क्वारंटीन किया गया है। साथ ही 16 जून को प्रदेश में संस्थागत क्वारंटीन लोगों की संख्या 10409 थी।वहीं जो बुधवार को 11 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं अपर सचिव युगल किशोर पंत का कहना है कि बाहरी राज्यों के रेड जोन से आने वाले लोगों को सात दिन का संस्थागत क्वारंटीन में रहना अनिवार्य है। वहीं सात दिन के बाद 14 दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा।