लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार की नोएडा में फिल्म सिटी बनाने की कवायद को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है। सरकार के सपने को साकार करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ इन दिनों मुंबई के दौरे पर हैं। वहीं महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि किसी को फिल्मोद्योग को ‘जबरन’ यहां से ले जाने नहीं दिया जाएगा। इसपर योगी ने कहा कि यह खुली प्रतिस्पर्धा है और जो प्रतिभा को उभरने के लिए सही माहौल और सुरक्षा दे सकेगा, उसे निवेश मिलेगा। अब उत्तर प्रदेश उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि शिवसेना और कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश में बन रही फिल्म सिटी पर जो बयानबाजी हो रही है, मैं समझता हूं यह उनकी बौखलाहट है। उत्तर प्रदेश का जो विकास हो रहा है, वह शायद उनको रास नहीं आ रहा है, इसलिए इस प्रकार की बातें करते हैं। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ ने अपने मुंबई दौरे में पिछले दो दिन में अक्षय कुमार, बोनी कपूर, सुभाष घई, मनमोहन शेट्टी और आनंद पंडित समेत कई लोगों से मुलाकात की है।
मुंबई फिल्म सिटी को कहीं और ले जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम कहीं कुछ नहीं ले जा रहे। मुंबई फिल्म सिटी मुंबई में ही काम करेगी। यूपी में नई फिल्म सिटी को नई आवश्यकताओं के अनुसार एक नए वातावरण में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह कोई पर्स नहीं है जिसे ले जाया सकता है। यह खुली प्रतिस्पर्धा है। जो सुरक्षित माहौल, बेहतर सुविधाएं और विशेष रूप से सामाजिक सुरक्षा दे सकेगा, उसे निवेश प्राप्त होगा। इसके अलावा सीएम ने कहा कि निर्माता, निर्देशक, एक्टर और फिल्म जगत के विभिन्न पक्षों के जानकारों के साथ भी फिल्म सिटी को लेकर चर्चा हुई। ये फिल्म सिटी जेवर एयरपोर्ट से 6 किमी की दूरी पर होगी। यहां से आगरा 1 घंटे की दूरी पर है। बहरहाल, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 8 नवंबर 2020 को फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष के लखनऊ कार्यालय के उद्घाटन पर कहा था कि राज्य सरकार प्रस्तावित फिल्म सिटी पर पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और राज्य को मुंबई से भी बड़ी फिल्म सिटी मिलने जा रही है। उत्तर प्रदेश में नोएडा स्थित फिल्म सिटी बन जाने से प्रदेश के कलाकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। फिल्म विकास परिषद का यह कार्यालय उत्तर प्रदेश को मुंबई से बड़ी फिल्म सिटी देने जा रहा है।