मदरलैंड संवाददाता, नई दिल्ली,
कोरोना की पहली दो लहरों की तुलना में तीसरी लहर कम भयावह रही। इसका एक कारण तो यह रहा की नया वेरीयंट कम घातक था और दूसरे सरकारी संस्थाओं व स्वैच्छिक संगठनों ने आम नागरिकों को सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने व वैक्सीन लगवाने के बारे में लगातार जागरूक किया।
स्वैच्छिक संगठन ‘उदिशा’, जो संयुक्त राष्ट्र संघ के आर्थिक सामाजिक परिषद से संबद्ध है, ने भी अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए कोविड-19 की तीनों लहरों के दौरान 10 जागरूकता अभियान चलाए व कोविड रिलीफ़ किट का वितरण किया। इन अभियानों के माध्यम से ‘उदिशा’ ने समाज के विभिन्न वर्गों के लगभग 10000 लोगों को जागरूक किया गया। कोरोना की तीसरी लहर के जाते-जाते, गत दिनों ‘उदिशा’ द्वारा दीन बंधु झुग्गी-झोंपड़ी कैम्प, वसंत कुंज में जागरूकता अभियान व कोविड-19 रिलीफ़ किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 500 किट बाँटे गए, जिनमें मास्क, सेनिटाईजर व स्नैक्स रखे गए थे।उदिशा एन जी ओ के संस्थापक राकेश गौड़ ने बताया कि इस अभियान में एक अनूठा प्रयोग किया गया और बच्चों के माध्यम से उनके अभिवावकों तक यह संदेश पहुँचाया गया कि ख़तरा अभी टला नहीं है अतः पूरी सावधानी बरतें, सामाजिक दूरी का पालन करें और सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगा कर रहें। बच्चों को कहा गया कि किट से निकाल कर बिस्किट और फ़्रूटी तो खा लें और अपने अभिवावकों को मास्क व सेनिटाईजर देकर उनका उपयोग करने को कहें। रिलीफ़ किट का वितरण ‘उदिशा’ के अध्यक्ष श्री राकेश गौड़ व दीन बंधु कैम्प क्षेत्र की ही एक निवासी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अभियान में ‘उदिशा’ की सहयोगी संस्था ‘भागीदारी जन सहयोग समिति’, पत्रिका- ‘अभिनव इमरोज’, यू ट्यूब चैनल – द फ़ोर्थ कॉलमव एवं छाबड़ा एंटर्प्रायज़ ने भी अपना योगदान देकर उदिशा एन जी ओ के रचनात्मक प्रयासों के प्रति अपनी आस्था का परिचय दिया