प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन अपने फैसले को लेकर अक्सर चर्चा में रहते है अब यहां एक फिशिंग बोट के कैप्टन को इसलिए मौत की सजा दी क्योंकि वह एक प्रतिबंधित रेडियो स्टेशन सुनता था। रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक कैप्टन 15 साल से ये रेडियो स्टेशन सुन रहा था जिसके लिए उसे सरेआम गोली से उड़ा दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक समुद्र में सफर के दौरान उसके रेडियो में विदेशी एयरवेव आती थीं। रिपोर्ट के मुताबिक चोई नाम के कैप्टन को 100 कर्मियों के सामने गोली से उड़ा दिया गया। चोई 50 से ज्यादा जहाजों का मालिक था। बताया गया है कि उसके ही किसी स्टाफ ने इस बारे में प्रशासन को जानकारी दे दी कि चोई प्रतिबंधित विदेशी रेडियो स्टेशन सुनता था। एक अधिकारी के मुताबिक चोई पहले सेना में रेडियो ऑपरेटर था और वहीं उसने विदेशी ब्रॉडकास्ट सुनना शुरू किया।
नौकरी छोड़ने के बाद भी वह ऐसा करता रहा जिसकी इजाजत नहीं है। यही नहीं, फिशिंग बेस पर तैनात पार्टी अधिकारियों और सिक्यॉरिटी अधिकारियों को भी निकाल दिया गया है। दरअसल, कहा जाता है कि इस बेस से उत्तर कोरिया के नेता विदेशी मुद्रा हासिल करते हैं। सिक्यॉरिटी विभाग ने चोई के अपराध को पार्टी के खिलाफ बताया। सूत्र के मुताबिक चोई को लगता था कि वह इस बेस का हिस्सा है, इसलिए उस पर आपराधिक चार्ज नहीं लगेगा लेकिन उसकी स्टाफ से बनती नहीं थी। यही उसे महंगा पड़ गया। देश में कई विदेशी रेडियो स्टेशनों की पहुंच है लेकिन किम जोंग का प्रशासन इसकी सख्ती से निगरानी करता है कि लोग क्या सुनते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि समुद्र में जाने वाले कई लोग विदेशी रेडियो स्टेशन सुनते हैं, इसलिए चोई को सबके सामने गोली मारी गई ताकि सबके लिए सबक हो।

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