26 मार्च 2021 | दिल्ली | आज प्रगति मैदान में चल रहे स्मार्ट सिटी इंडिया एक्सपो में तरह तरह के इनोवेशन देखने को मिले लेकिन पुरे एक्सपो में एक स्टाल (Stall No. A4.499) मुख्य आकर्षण का केंद्र बना रहा। ऊर्जा गैसीफायर प्राइवेट लिमिटेड के इस स्टाल में एक अनोखा आविष्कार दिखा जो हमारी संस्कृति और जीवन के अहम् पहलु से जुड़ा है इसके साथ ही पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदुषण को कम करने का भी एक नायब तरीका है।

ऊर्जा गैसीफायर प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय जायसवाल ने अपनी कंपनी के इन्नोवेशन लकड़ी आधारित ऊर्जा प्रदूषण मुक्त शवदाह संयंत्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह शवदाह संयंत्र IIT BHU की तकनिकी सहयोग से बनाया गया है जो देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का पहला उत्कृष्ट प्रदूषण मुक्त और रीति-रिवाजों की प्रक्रिया का पूर्ण पालन करते हुए व्यक्ति के अंतिम यात्रा को संपादित करता हैं।

अजय जायसवाल ने बताया कि ऊर्जा लकड़ी आधारित प्रदूषण मुक्त शवदाह संयंत्र धर्म के अनुकूल सारे रीति-रिवाज एवं परम्पराओं व लोगों के आस्था और विश्वास को ध्यान में रखते हुये बनाया गया है।

अन्य शवदाह संयंत्र जैसे विधुत/ LPG भावनाओ को ठेश पहुंचाते

अन्य शवदाह संयंत्र जैसे विधुत/ LPG आधारित जिसमें रीति-रिवाजों की प्रक्रिया नहीं होने से मनुष्य की भावनाओं को ठेस पहुँचता है और वो इन शवदाह संयंत्रों का प्रयोग नहीं करना चाहता है। लोगों का यही मानना है कि उनके प्रियजनों को मोक्ष तभी प्राप्त होगा जब उनको लकड़ी के आग में जलाया जाए और सारे रीति-रिवाज जैसे- कपाल क्रिया, पंच समिधा आदि का पालन किया जाये।

ऊर्जा प्रदूषण मुक्त दाह-संस्कार संयंत्र

ऊर्जा प्रदूषण मुक्त दाह-संस्कार संयंत्र जिससे लोगों की भावनाओं और परम्पराओं को ध्यान में रखते हुये पर्यावरण को व्यवस्थित रखता हैं। यह सयंत्र हिन्दू धर्म और रीति-रिवाज के अनुकूल है जिससे मनुष्य की भावनाओं, परम्पराओं को ठेस नहीं पहुँचती और वे अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने की स्वीकृति प्रदान करते हैं।

3Ts को ध्यान में रखते हुए बनाया सयंत्र

इस सयंत्र में 3Ts (Temperature, Time & Turbulence) को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इस संयंत्र में जो हवा का प्रयोग किया जाता है उसको Heat Recovery System द्वारा गर्म कर लिया जाता है और Mono-pole Permanent Magnets द्वारा Energies कर के Controlled Condition में जलाया जाता है।

इस संयंत्र में Heat Reflector का प्रयोग

इस संयंत्र में Heat Reflector का प्रयोग किया गया है। जो Heat को शव पे Reflect करता है। जिससे शवदाह कम समय और कम लकड़ी में और प्रदूषण मुक्त होता है। ऊर्जा अंत्येष्टि सिस्टम विषेश वैज्ञानिक आधार पर बनाया गया है। इस संयंत्र में लोगो की भावनाओं और परम्पराओं के ध्यान में रखने के साथ साथ पर्यावरण को व्यवस्थित रखता है और हिदू समाज के लोग इस संयंत्र से अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने की स्वीकृति प्रदान करते है।

इस संयंत्र को घाट पर डोम समाज खुले मन से अपनाते है क्यो की इससे उनकी रोज़ी-रोटी पर भी बुरा असर नहीं पड़ता है।

संयंत्र की कुछ मुख्य विशेषता

1-पारंपरिक रीती-रिवाजो और हिंदू भावनाओं के अनुसार जो लोगों के आस्था और विश्वास को बनाए रखता है।
2-लकड़ी की खपत 100 किग्रा / शवदाह से भी कम (लगभग रु 800 / शवदाह)
3-प्रदूषण मुक्त
4-दाह संस्कार का समय लगभग एक घंटे तीस मिनट से कम है।
5-लगभग शून्य पावर (0.5 एचपी) और रखरखाव मुफ्त।
6-User Friendly किसी भी प्रशिक्षित जनशक्ति की आवश्यकता नहीं है (आम तौर पर परिवारजनों या प्रियजनों प्रिय द्वारा संचालित किया जा रहा है)
7-चोरी का भय नहीं और किसी भी दूरस्थ स्थान पर स्थापित किया जा सकता है।
8-अस्थि पूजा के सही तरीके के लिए ऐश ट्रे से व्यक्ति की अस्थि और राख को एकत्र किया जा सकता है अन्य प्रणाली मिश्रित ऐश प्राप्त होती है।

हमने ऊर्जा शवदाह संयंत्र को पहले ही देश के विभिन्न नगर निगमों / स्मार्ट सिटी आदि में स्थापित किया है, जो अत्यधिक स्वीकृत के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।

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