नई दिल्ली अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को विश्व फुटबॉल की शीर्ष संस्था (फीफा) के प्रतिबंध की आशंका सता रही है। एआईएफएफ के अनुसार अगर अगले महीने होने वाली आम सालाना बैठक (एजीएम) के दौरान तदर्थ संस्था को कार्यभार सौंप दिया जाता है तो वह खेल संहिता के अनुसार संविधान नहीं बनने के कारण चुनाव आयोजित करने से बचने के घेरे में आ जाएगा। कोरोना महामारी के कारण बने हालातों के कारण एआईएफएफ को 21 दिसंबर को होने वाली एजीएम के दौरान चुनाव कराने से बचने को कहा गया था।
वर्तमान कार्यकारी समिति का चार साल का कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है और एआईएफएफ ने घोषणा की है कि आम बैठक निर्धारित समय पर ही की जायेगी।
वहीं एआईएफएफ संविधान की खेल संहिता के अनुसार पुष्टि नहीं हुई है और कोरोना को लेकर बन रहे हालातों को देखते हुए एआईएफएफ के पास अदालत में कार्यकाल को बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।’’
समिति का कार्यकाल 21 दिसंबर 2020 को खत्म होगा पर राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार संविधान नहीं बनने के कारण एआईएफएफ अगली कार्यकारी समिति गठित करने के लिये चुनाव नहीं करा सकता है।ऐसे में अगर मौजूदा समिति का कार्यकाल समाप्त होता है और अदालत ‘भारतीय फुटबॉल महासंघ की जिम्मेदारी के लिये तदर्थ प्रशासक नियुक्त करती है तो फीफा भारतीय महासंघ को प्रतिबंधित कर सकता है।’’














