दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शंकरलाल हॉल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) दिल्ली का दो दिवसीय 55वां प्रान्त अधिवेशन शनिवार को शुरू हुआ। इसका उद्घाटन राज्यसभा सांसद डॉ राकेश सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर एबीवीपी के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए राज्यसभा सांसद डॉ राकेश सिन्हा ने कहा कि वह एबीवीपी जैसा संगठन ही था, जिसने आपातकाल के दौरान पूरी ताकत के साथ सच कहा और आपातकाल के क्रूर शासन को समाप्त करने में योगदान दिया। आज भी इसी भाव के साथ एबीवीपी के लाखों कार्यकर्ता शांतिपूर्वक राष्ट्र पुननिर्माण की प्रक्रिया में लगे हुए हैं।

डॉ सिन्हा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की जरूरत एवं उद्देश्य पर चर्चा करते हुए सीएए विरोधियों के अनैतिक उद्देश्यों को भी उजागर किया। एबीवीपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ मनु शर्मा कटारिया ने एबीवीपी के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष डॉ अभिषेक टंडन एवं पुननिर्वाचित प्रान्त मंत्री सिद्धार्थ यादव के निर्वाचन की घोषणा की। साथ ही एबीवीपी के पिछले वर्ष की सफलताओं एवं उपलब्धियों को बताते हुए निर्वतमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ अवनीश मित्तल ने आगामी समय के लिए एबीवीपी को अपनी शुभकामनाएं दीं।

एबीवीपी दिल्ली के पुननिर्वाचित प्रान्त मंत्री सिद्धार्थ यादव ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि एबीवीपी राष्ट्रहित की लड़ाई में सदैव आगे रही है। एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रविरोधी पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए 30 घण्टा सत्याग्रह से लेकर गार्गी महाविद्यालय की पीड़ित छात्राओं को न्याय दिलाने तक, जब-जब छात्रहितों को लेकर कोई भी मुद्दा आया तो एबीवीपी सदैव छात्रों के साथ खड़ी रही। उन्होंने कहा कि हम विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय परिसरों में विभिन्न विभाजनकारी ताकतों से लड़ रहे हैं। विभाजनकारी ताकतों द्वारा यह सन्देश दिए जाने की कोशिश संपूर्ण छात्र समुदाय सीएए के विरोध में है, इस प्रयास को असफल किया। राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि भलस्वा झील की सफाई का बीड़ा उठाने से लेकर  इतिहास के किताबों में भारतीय संस्कृति विरोधी पाठ्यक्रम के विरोध तक एबीवीपी छात्रों एवं समाज से जुड़े हर मुद्दे पर लड़ाई लड़ रही है। जहां अन्य छात्र संगठन महिला सुरक्षा पर सिर्फ चर्चा करने तक ही सीमित रहते हैं, वहीं एबीवीपी ने मिशन साहसी के तहत 12 लाख छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया और हमारा यह प्रयास जारी है। एबीवीपी विपरीत परिस्तिथियों में भी राष्ट्रनिर्माण के लिए सदैव कार्यरत रहेगी। इस मौके पर पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आम्बेकर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकान्त, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास एवं राष्ट्रीय मीडिया संयोजक राहुल चौधरी मौजूद रहे।

 

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