नई दिल्ली। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एमएसएमई योजनाओं की कारगर निगरानी के उद्देश्य से एमएसएमई और डैशबोर्ड के लिए रेटिंग प्रणाली बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि अच्छा कारोबार करने वाले, जीएसटी रिकॉर्ड रखने वाले एमएसएमई को रेटिंग देने के लिए सरल और पारदर्शी कार्यप्रणाली विकसित की जानी चाहिए ताकि वे बैंकों और संस्थानों से वित्त प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व अब भारतीय उद्योग में निवेश करना चाहता है और प्रभावी रेटिंग प्रणाली से एमएसएमई विदेशों से अच्छा निवेश प्राप्त कर सकते हैं। गडकरी ने निर्णय लेने में विलंब को रोकने के लिए योजनाओं की निगरानी के उद्देश्य से डैशबोर्ड स्थापित करने का प्रस्ताव किया। उन्होंने सिडबी से तीन महीने के भीतर निर्णय लेने और समर्थन प्रदान करने को कहा। गडकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री के विजन को हासिल करने में एमएसएमई की अहम भूमिका है। हमारी प्रणाली को पारदर्शी, समयबद्ध, परिणामजनक और प्रदर्शन उन्मुख बनाने और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले उपयुक्त उद्यमियों की मदद करने का यही समय है। उन्होंने अलग-अलग अव्यवस्थित ढंग से काम करने के बजाए एक साथ एकीकृत तरीके से काम करने पर बल दिया। गडकरी ने कहा कि रोजगार सृजन के लिए नई सोच, अलग विचार, कृषि, ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में नई तकनीक और अनुसंधान बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में एमएसएमई का योगदान लगभग 30 प्रतिशत है और यह क्षेत्र 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।

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