मदरलैंड संवाददाता, पटना।

पटना। बिहार के अधिकतम छात्र कोटा में पढ़ाई करते हैं। जब दूसरे राज्यों की सरकारें उन्हें अपने राज्य तक वापस ला सकती है तो बिहार सरकार क्यों नहीं? एसएफआई के राज्य कमेटी सदस्य कुमार निशांत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि छात्रों के साथ साथ प्रवासी मजदूरों को भी सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की गारंटी सरकार करें। कुमार निशांत ने कहा कि विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल सभी जगह पर पड़ने वाले छात्रों की 3 महीने की फीस माफ की जाए। सरकार इसके लिए सख्त निर्देश जारी करें। उन्होंने कहा लॉक डाउन में के दौरान प्रदेश में अपराध की घटनाएं में बढ़ोतरी हुई है। हाल में बेगूसराय के निवासी विक्रम पोद्दार की मौत थाने में हो जाती है यह बहुत ही दुखद और निंदनीय है। संतोष शर्मा पिछले दिनों थाने में हुए विक्रम पोद्दार की मौत का लगातार सवाल उठा रहे थे। पुलिस ने उन्हें लॉक डाउन का उल्लंघन करने के नाम पर खेत में ले जाकर बर्बर पिटाई की जिस कारण से उनकी मौत हो गई। उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है।

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