जयपुर । राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को एक बड़ी कामयाबी मिली है। एसओजी ने ऑडियो टेप की एफएसएल जांच करवाई थी, जो सही पाई गई है और इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। एसओजी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में अर्जी लगाई है कि अब आगे की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के आवाज के नमूने की जांच जरूरी है।
एसओजी के अनुसार, वायरल ऑडियो एफएसएल जांच के लिए 28 जुलाई को भेजा गया था जिसकी परीक्षण रिपोर्ट शुक्रवार को आ गई है। एसओजी ने कोर्ट से कहा है कि नोटिस देने के बावजूद गजेंद्र सिंह शेखावत और भंवर लाल शर्मा वॉयस सैंपलिंग के लिए नहीं आ रहे हैं इसलिए कोर्ट आदेश दे कि आगे की जांच के लिए वे अपना वॉयस सैंपल एसओजी को दें।
उधर कोर्ट में संजय जैन ने आवाज के नमूने देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह राजनीतिक मामला है और मुझे जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है। आवाज के नमूने का गलत प्रयोग कर मुझे फंसाया जा सकता है। गौरतलब है कि इस मामले में पहले ही दो आरोपी अशोक सिंह और भरत मालानी ने आवाज के नमूने देने से मना कर दिया था। कोर्ट ने इस पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट 4 अगस्त को मांगी है।

Previous articleभूमि पूजन में पीएम मोदी के अलावा कोई केंद्रीय मंत्री हिस्सा नहीं लेगा, राजनाथ और शाह के आने पर भी संशय
Next articleएसएफएल जांच में सही पाए गए ऑडियो टेप, शेखावत और शर्मा की वॉयस सैंपलिंग के लिए कोर्ट में लगाई याचिका

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here