मदरलैंड संवाददाता, बेतिया

बिहार में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट को कुल सीटों के मुकाबले प्रकाशन करने का मुद्दा दिनभर ट्विटर पर छाया रहा। इस मुहिम को पौने दो लाख लोगों  का समर्थन के साथ कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी प्राप्त हुआ। जिससे यह मुद्दा बिहार में लगातार प्रथम व देश मे टॉप दस मुद्दे में शामिल रहा । बिहार सरकार द्वारा हाईस्कूलों में रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति एवं मीडिल स्कूल के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की खबरों के बीच इनदिनों बिहार के एसटीईटी अभ्यर्थियों का आक्रोश सरकार के खिलाफ बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन की स्थिति के कारण उन्होंने लगातार ट्विटर पर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा रहें हैं। बिहार शिक्षक बहाली मोर्चा के प्रदेश संयोजक सोनू कुमार सोनी ने बताया कि राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में पूर्व में 37335 सीट रिक्त थे और हाल में ही सरकार द्वारा 33916 अतिरिक्त सीटों को कैबिनेट से मंजूरी मिल गयी है, ऐसे में कुल सीटों की संख्या अब 71215 हो गयी है। अभ्यर्थियों ने ट्विटर के माध्यम से सरकार तक ये आवाज पहुंचाई की बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम कुल 71215 सीटों पर ही जारी किया जाय। राज्य के हाईस्कूलों में शिक्षकों के काफी पद रिक्त है ऐसे में सरकार छात्रों के हित में फैसला लें। एसटीईटी की परीक्षा 28 जनवरी को राज्यभर में बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित करायी गई थी।

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