मदरलैंड संवाददाता, बगहा
वैश्विक स्तर पर जिस तरह से कोविड 19 ने पूरी तरह से चपेट में लेकर लगभग पौने दो लाख लोगों की जान ले ली तथा लाखों लोगों को संक्रमित कर दिया है। जिसको देखते हुए भारत सरकार नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन का नियम पालन करने के लिए देश की जनता के ऊपर कानून लागू किया। इसके दौरान भारत में खासकर बिहार राज्य में जिस तरह से कोरोना जैसी बीमारी से संक्रमित लोगों की मात्रा अधिक बढ़ रही है। इसको देखते हुए जिस तरह से लॉक डाउन में ग्रीन जोन को सरकार के द्वारा ढील दी गई। बिहार में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव की संख्या को देखते हुए पुनः पूर्ववत प्रतिबंध बृहस्पतिवार से लागू कर दिया गया है। इस कड़ी में पश्चिम चंपारण जिला के बगहा अनुमंडल क्षेत्र के धनहा थाना के अंतर्गत यूपी बिहार की सीमा बांसी में बगहा एसडीएम विशाल राज एवं बगहा एसडीपीओ संजीव कुमार ने अन्तर्राज्यीय सीमा का संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम विशाल राज ने बताया कि करोना जैसे महामारी जिस गति से बिहार में बढ़ रहा है। इसको देखते हुए लॉक डाउन जैसे नियम को विशेष तौर पर पालन करने के लिए सभी अधिकारी व पुलिस बल को निर्देश दिया जा रहा है कि अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए किसी भी व्यक्ति को बेवजह घर से बाहर आने पर कानूनी कार्रवाई करें। यूपी की सीमा से किसी भी व्यक्ति को बिहार की सीमा में प्रवेश नहीं करने दें। यदि बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों की मजबूरी बस अपने प्रदेश में किसी तरह प्रवेश कर जाते हैं। उसको तुरंत बाद मेडिकल की टीम को, इसकी सूचना देकर इनकी जांच कराएं तथा इनको क्वॉरेंटाइन करने के लिए उचित व्यवस्था करें। इस पर बगहा पुलिस जिला के एसडीपीओ संजीव कुमार ने गंडक पार के सभी 4 थानों की थानाध्यक्षों सहित पुलिस बल को पूरी तरह से मुस्तैद रहने की हिदायत दी। बेवजह किसी को परेशान नहीं करने की नसीहत दे डाली। उन्होंने खासतौर पर पुलिस वालों को हिदायत देते हुए अपने ड्यूटी पर पूरी तरह से सतर्क रहते हुए बिना वजह बाहर निकले लोगों को दंडित जरुर करें तथा बात नहीं मानने वालों को एफ आई आर दर्ज करें। धनहा थाना अध्यक्ष शंभू शरण गुप्ता ने बॉर्डर पर मौजूद पुलिसकर्मियों को विशेष चौकसी बरतने की बात कही। उल्लेखनीय है कि पुलिस प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद भी यूपी की सीमा बिहार में गंडक पार के चार प्रखंड पिपरासी मधुबनी भीताहा थकरहा आदि बादलों से प्रवासी मजदूरों का आना तथा बिना मेडिकल जांच की अपने गांव को जाना बेहद खतरनाक है।