नई दिल्ली। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज संबित पात्रा की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी। मैंने सोचा था कि कोई सारगर्भित बात करेंगे लेकिन ऐसा लगा कि उन्हें बस अरविंद केजरीवाल को गाली देने के लिए बैठाया गया था। सिसोदिया ने आगे कहा, ‘जिसका इतना बड़ा नेता 15 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ केजरीवाल के खिलाफ बात करता है, इसका मतलब है कि देश की सत्ता में बैठी पार्टी के पास कोरोना से लड़ने का कोई प्लान नहीं है। हमने सोचा था कि वो बताएंगे कि उनका वैक्सीनेशन प्लान क्या है, वे बताएंगे कि मॉडर्ना वैक्सीन कितने दिन में आ जाएगी। जो वैक्सीन का बजट रखा गया था, उसके बारे में बताएंगे कि 36 हजार करोड़ की वैक्सीन कितने दिन में लेकर आएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘आजकल यह भाजपा का ट्रेडमार्क हो गया है, जब हम पूछते हैं कि वैक्सीन कब ला रहे हो, तो जवाब आता है केजरीवाल बहुत खराब है। माना केजरीवाल खराब है, वैक्सीन तो लेकर आओ, लोग वैक्सीन लेना चाह रहे हैं। लोग भाजपा नेताओं से केजरीवाल के लिए गाली सुनना नहीं चाहते। क्या देश और कई राज्यों की सत्ता में बैठी पार्टी का सिर्फ एक काम रह गया है। देश पूछ रहा है कि हमने आपको सत्ता में बैठाया था, वैक्सीन कहां है हमारे देश की। वैक्सीन विदेशों में क्यों बेच दी और कितने में बेच दी।’
सिसोदिया ने कहा, ‘वैक्सीन बने 8 महीने हो गए, अभी तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। अभी तक सरकार सोई हुई है। आप इमेज मैनेजमेंट और इलेक्शन मैनेजमेंट में लगे रहे। आपको इसका जवाब देना पड़ेगा। आपको जवाब देना पड़ेगा कि 36 हजार करोड़ की वैक्सीन कहां है। आज प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन है लेकिन जब राज्य सरकार कहती है कि हमें लोगों को फ्री वैक्सीन लगवानी है, तब राज्य सरकारों को वैक्सीन नहीं मिल पाती है। राज्य सरकारों के वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो रहे हैं।’
डिप्टी सीएम ने आगे कहा, ‘इसका जवाब दीजिए कि प्राइवेट अस्पतालों के पास वैक्सीन कहां से आ रही है। कितना लाभ कमा कर केंद्र सरकार ने पिछले दरवाजे से इन्हें वैक्सीन मुहैया कराई है। 36 हजार करोड़ रुपये वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए रखे थे या कमाई करने के लिए। भाजपा नेताओं से कहना चाहता हूं कि इस वक्त देश को वैक्सीन की जरूरत है, आप देश की सत्ता में बैठे हैं, अपनी पार्टी के नेता और सरकार को समझाइए कि देश को केजरीवाल के लिए गालियां सुनने की जरूरत नहीं है, वैक्सीन लगाने की जरूरत है।’
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, ‘जब चुनाव आए तो गालियां दे देना, अभी देश को वैक्सीन की जरूरत है। बीजेपी नेताओं के परिजनों को भी बचाना हो तो, वैक्सीन से ही बचेंगे, प्रेस कॉन्फ्रेंस में गाली देने से नहीं। इस फेल्योर को भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार स्वीकार करे कि 36 हजार करोड़ का बजट रखे जाने के बावजूद 8 महीने बाद की वैक्सीन क्यों नहीं है। भाजपा स्वीकार करे कि उन्होंने वैक्सीनेशन कार्यक्रम का बंटाधार कर दिया।’