नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले में आरोपी ओलंपियन सुशील कुमार के खिलाफ एक और बड़ा इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिल गया है। पुलिस को मॉडन टाउन की 3 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज मिली हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग ने इन फुटेज को सटफाई लैटर के साथ दिल्ली पुलिस को दिया है कि फुटेज ओरिजनल हैं और उनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। अपराध शाखा ने सुशील कुमार के खिलाफ 102 से ज्यादा गवाह मिल गए हैं। दिल्ली पलिस अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि ये सीसीटीवी फुटेज मॉडल टॉउन की उस जगह की हैं, जहां सागर धनखड़ सोनू महाल के साथ रहता था। इन फुटेज में सुशील कुमार अपने साथियों के साथ गाडिय़ों से सागर धनखड़ के मकान पर जाता दिखाई दे रहा है। इसके बाद सागर को ले जाते हुए दिखाई दे रहा है। सीसीटीवी फुटेज को पीडब्ल्यूडी विभाग ने दिल्ली पुलिस को दिया है और कहा है कि फुटेज के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है। दिल्ली पुलिस ने इन फुटेज को फोरेंसिक जांच के लिए नहीं भेजा है। इस पुलिस अधिकारियों के अनुसार अपराध शाखा ने 102 से ज्यादा गवाह बनाए हैं। गवाहों में छत्रसाल स्टेडियम के गार्ड, मॉडल टाउन और शालीमार बाग के लोग आदि शामिल हैं। इनमें चार पीड़ित भी गवाह हैं। पुलिस के अनुसार इस मामले में अपराध शाखा ने चार्जशीट तैयार करना शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। इसके अलावा सुशील कुमार के आर्म लाईसेंस को रद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस की लाईसेंसिंग यूनिट ने सुशील कुमार को तिहाड़ में नोटिस भेजकर पूछा है कि क्यों न उसका आम्र्स लाईसेंस रद कर दिया जाए। लाइसेसिंग यूनिट सुशील कुमार का जवाब मिलने के बाद आम्र्स लाईसेंस को रद करने की प्रक्रिया को पूरा करेगी। दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के कई मोबाइल फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हुए हैं। पुलिस इन मोबाइल में छत्रसाल स्टेडियम में घटनास्थल की बनाई गई वीडियो मिल जाए। पुलिस को जांच में पता लगा कि मौके पर कई आरोपियों ने घटना की वीडियो बनाई थीं, जबकि एक ही आरोपी प्रिंस के मोबाइल से घटनास्थल की वीडियो मिली है।