मदरलैंड संवाददाता,
जमुआ (गिरिडिह )पचंबा सरवन पथ के निर्माण कार्य कर रहे गोखुल कृष्णा कंस्ट्रक्शन कंपनी का एक साइट कैंप जमुआ के टीकमगहा में स्थित है। धनबाद के तोपचांची थाना के चिरुडीह निवासी योगेश प्रसाद माहतो का एकलौता पुत्र राजेश कुमार माहतो(25) कंपनी में फाइबर ऑपरेटर के रूप में पिछले दो वर्षों से कार्यरत था। लॉकडाउन के समय वह अपने घर चिरुडीह चला आया था। इधर कुछ दिनों से कंपनी ने निर्माण कार्य फिर से शुरू की थी। कंपनी द्वारा राजेश को बार-बार फोन कर उसे काम पर बुलाया गया। राजेश 22 अप्रेल को घर से आकर काम में लग गया। मंगलवार रात को भी वह काम में लगा था। मंगलवार रात 12 बजे कंपनी द्वारा फोन कर जमुआ पुलिस को सूचना दी जाती है कि राजेश का शव कंपनी कैंप के बाहर एक पेड़ पर लटका हुआ है।
कंपनी कैंप में नहीं है प्रॉपर सिक्युरिटी का सिस्टम
टीकामगहा स्थित कंपनी कैंप में सिक्योरिटी सिस्टम का अभाव दिखा। लोहे के एक बल्ले से संचालित कैंप गेट में सिक्योरिटी गार्ड तो है लेकिन उसे यह जानकारी हीं नहीं है कि मृतक राजेश किस समय और कैसे कैंप से बाहर गया। गेट में सीसीटीवी भी नहीं लगाया गया है। एक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि यहां से बाहर जाने वालों की इंट्री अमूमन नहीं हीं होती है।
बाहर से कैसे आये मजदूर
लॉकडाउन में मजदूरों को बाहर से लाने की मनाही थी। स्थानीय मजदूरों से सोशल डिस्टनसिंग के साथ कार्य करने की इजाजत थी। ऐसे में दूसरे जिलों से मजदूर कैसे कैंप पहुंचे इसका जवाब किसी के पास नहीं है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एटलुरियस सुरेश बाबू, रवि कुमार और नीलेश कुमार ने बताया कि यह सरासर आत्महत्या का मामला है। बताया कि हमलोग बाहर से मजदूरों को लाने के लिए उपायुक्त को आवेदन दिए थे।
क्या कहते हैं मृतक के परिजन
ख़बर सुन जमुआ पहुंचे मृतक राजेश के परिजनों ने बताया कि यह सरासर हत्या का मामला है। राजेश एक नेक दिल युवक था। उसे बार-बार फोन कर कंपनी वाले घर से बुला लिए। मंगलवार शाम को भी वह रोज की तरह घर में फोन लगाकर बात किया और सबकुछ अच्छा है बताया। घर का भी समाचार पूछा। ऐसे में इतने अच्छे तरीके से बात करने के दो घन्टे बाद हीं वह आत्महत्या क्यों करेगा। दूसरी बात जिस पेड़ से आत्महत्या करने की बात कही जा रही है वहां वैसा सिचुएशन भी नहीं है कि कोई ब्यक्ति आत्महत्या कर ले