भारत सरकार ने कजाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।भारतीयों की वापसी के लिए पहली फ्लाइट मंगलवार को उड़ान भरेगी। भारत वापसी के लिए लगभग 3400 लोगों से पंजीकरण कराया है। माना जा रहा है कि प्रथम चरण में 1 हजार भारतीयों की घर वापसी हो सकती है।
कजाकिस्तान में भारत के राजदूत प्रभात कुमार ने WION से बात करते हुए कहा है कि, ‘हम कजाकिस्तान से भारतीयों की वापसी करा रहे हैं। करगांडा से आज पहली फ्लाइट है। इसके बाद करगांडा, अल्माटी, नूर सुल्तान से 7 फ्लाइट्स रवाना होंगी. 26 मई से 1 जून तक, रोज़ाना एक विमान एक हजार लोगों को भारत वापस लाएगा। तक़रीबन 3400 लोगों की वापसी के पंजीकरण हुए हैं, बाकी लोगों को दूसरे चरण में लाया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि कुल मिलाकर कारागांडा से 3 फ्लाइट, नूर सुल्तान से 2 फ्लाइट, अल्माटी से 2 उड़ानें अगले एक हफ्ते में भारत आने वाली हैं। प्रभात कुमार ने विदेश मंत्रालय, कजाकिस्तान के विदेश मंत्रालय, कारागांडा, अल्माटी, नूर सुल्तान हवाई अड्डे के अधिकारियों को भारतीयों की वापसी में सहायता करने के लिए धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने एयर इंडिया, भारतीय गृह और स्वास्थ्य और नागरिक उड्डयन की विशेष तौर पर सराहना की है। आपको बता दें कि कजाकिस्तान से लौट रहे यात्रियों में अधिकतर छात्र हैं। जिन्होंने वतन वापसी के लिए सरकार से आग्रह किया था। इसके साथ ही राजधानी नूर सुल्तान में मेगा अबू धाबी प्लाजा के निर्माण के लिए कई भारतीय श्रमिक भी काम कर रहे हैं।