कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो चुकी थी। सभी नतीजे दोपहर बाद आने की संभावना जताई जा रही है। इस उपचुनाव के नतीजों से साफ हो जाएगा कि राज्य में येदियुरप्पा की सरकार बचेगी या जाएगी। बीते छह दिसंबर को इन सभी सीटों पर मतदान हुआ था। वोटिंग में 61 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। भाजपा 10 जबकि कांग्रेस दो सीटों पर आगे चल रही है। एक सीट पर कोई निर्दलीय उम्‍मीदवार बढ़त बनाए हुए है।

भाजपा 10 जबकि कांग्रेस दो सीटों पर आगे
जानकारी के अनुसार इस उपचुनाव में मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सरकार बचाने के लिए कम से कम छह सीटें जीतनी जरूरी हैं। ऐसा नहीं होने की स्थिति में कर्नाटक में एकबार फिर अस्थितरता की स्थिति कायम हो जाएगी। बता दें कि कर्नाटक में 224 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के पास 105, कांग्रेस के पास 66 और जेडीएस के पास 34 विधायक हैं। यही नहीं विधानसभा में एक बसपा का भी एमएलए है। हाई कोर्ट में मामला लंबित रहने के कारण विधानसभा में दो सीटें खाली हैं जिन पर उपचुनाव नहीं कराया गया है।

कुल 165 उम्मीदवार मैदान में
बता दें कि कर्नाटक की 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 165 उम्मीदवार मैदान में खड़े हैं, जिसमें 126 निर्दलीय और नौ महिलाएं शामिल हैं। भाजपा और कांग्रेस सभी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि जेडीएस ने 12 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारे हैं। भाजपा ने चुनाव मैदान में कांग्रेस और जेडीएस छोड़कर आए 11 बागी अयोग्‍य विधायकों को उतारा है। इन्‍होंने 14 नवंबर को भाजपा का दामन थाम लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने बीते 13 नवंबर को अपने फैसले में विधायकों की अयोग्यता को बरकरार रखते हुए इनको दोबारा चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी गई है।

Previous articleलोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पेश, विपक्ष ने किया विरोध
Next articleकांग्रेस अगर धर्म के आधार पर देश का विभाजन न करती तो इस बिल की ज़रूरत पड़ती ही नहीं : शाह

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here