कश्मीर घाटी में पिछले तीन महीने से बंद रेल सेवा सोमवार से बहाल कर दी जाएगी। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद संभावित खतरों के मद्देनज़र रेल सेवा बंद की गई थी। कश्मीर के संभाग आयुक्त (डिविजनल कमिश्नर) बशीर अहमद खान ने अभी हाल में रेलवे अधिकारियों को रेल लाइनों का निरीक्षण तीन दिन में पूरा करने के निर्देश जारी किए गए। 10 नवंबर को ट्रेनों के ट्रायल रन की अनुमति दी गई थी और इसे 11 नवंबर से पूरी तरह बहाल करने का निर्देश जारी कर दिया गया था।
दक्षिण कश्मीर के बनिहाल तक रेल सेवा स्थगित
पिछले 5 अगस्त को उत्तर कश्मीर के बारामुला से दक्षिण कश्मीर के बनिहाल तक रेल सेवा स्थगित कर दी गई थी। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया था। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर से केंद्र शासित क्षेत्र के रूप में अस्तित्व में आ चुके हैं। वहीं जम्मू में अयोध्या फैसले के मद्देनज़र बंद किए गए स्कूल-कॉलेज व अन्य शैक्षणिक संस्थान खोल दिए गए हैं। जम्मू संभाग के कमिसनर संजीव वर्मा के अनुसार, जहां भी आवश्यक हो, वहां बलों की तैनाती के साथ नियंत्रित नियम लागू रहेंगे, किन्तु सामान्य जीवन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सीआरपीसी की धारा 144 के तहत बैन
शीर्ष अदालत के फैसले के मद्देनजर एहतियात के तौर पर शुक्रवार आधी रात से जम्मू-कश्मीर के नव-निर्मित केंद्र शासित प्रदेश में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत बैन लागू किया गया था। संजीव वर्मा ने प्रेस वालों से कहा कि शनिवार को बंद रहने के बाद स्कूल और कालेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को फिर से खुलेंगे। उन्होंने कहा है कि विंटर जोन में पड़ने वाले स्कूलों में परीक्षाएं अन्य क्षेत्रों की परीक्षाओं के साथ ही आयोजित कराई जाएंगी।