मदरलैंड संवाददाता,
डुमरियाघाट/पू च : सरकारी महकमा गांव के विकास को लेकर लाख ढिढोरा पिट रही है। परंतु गांव के पुल पुलिया की स्थिति काफी बदतर है। ऐसा ही हाल क्षेत्र के धवनि नदी पर बना पुल का है। जो मरमत के कारण हादसे को निमंत्रण दे रहा है। पुराना हो चुका यह पुल या तो सिस्टम के आंखों से नही दिख रहा है या देखते हुए उसको दरकिनार किया जा रहा है। आलम यह है कि यह पुल कभी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है. हुसेनी बाजार के समीप स्टेट हाईवे 74 से सरोतर पहल के समीप राजमार्ग 28 को जोडने वाली वाईपास सड़क पर निर्मित यह जर्जरता की सभी हदे पार कर चुका है। ब्रिटिश कालीन यह पुल विगत कई वर्षों से धस गया है। पुल के दोनों तरफ बनी रेलिंग टूट गया है। पुल पर तीखा मोड़ होने से हमेशा भारी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। जो काफी जानलेवा साबित हो रही है। चुकी इस पूल में कोई भी गाड़ी सवार तेज गति में आगे का स्थिति नही जान पाते है। और अपनी सन्तुलन खो कर रेलिंग टूटने की वजह से पूल में गिर जाते है। इस पूल के रास्ते गाड़ियों का काफी आवा-गमन रहता है. रामपुर खजुरिया चौक के समीप ओभर ब्रिज के पास जाम लगने पर केसरिया, साहेबगंज से आने वाली सभी गाड़िया इसी सड़क व पूल से होकर जिला मुख्यालय को जाती है। इस सड़क को एस एच 74 एवं एन एच 28 का बाईपास कहा जाता है।
इस पूल के सम्बंध में ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल से निचे गिरने-वाले कई गाड़ी सवार लोगों की पूर्व मौत हो चुकी है। और कीतने अब तक घायल हो चुके है। बार-बार घटनाएं होने के बाद भी सिस्टम की नजर इस पुल पर अभी तक नही पड़ा। जबकी विभाग के द्वरा इस पूल का निरीक्षण कीतने मर्तबा किया गया। लेकिन अभी तक इस पूल का जीणोद्धार नही हुआ।