शीतकालीन सत्र से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरने की रणनीति बना रही है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यालय पर नेताओं की अहम मीटिंग बुलाई है। यह बैठक पार्टी कार्यालय पर शाम 5 बजे होनी है। सोनिया गांधी चाहती हैं कि सोशल मीडिया पर एक्टिव दिखने वाले नेता जमीनी स्तर पर भी एक्टिव रहें। इस अहम बैठक में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल होंगे।
इस बैठक में कांग्रेस महासचिव, राज्य इकाइयों के प्रभारी और कई महत्वपूर्ण पदों के नेता उपस्थित रहेंगे। नवंबर की शुरुआत में ही 8 दिनों में 35 प्रेस वार्ता खत्म होने के बाद 7 तारीख से जमीनी जंग लड़ी जाएगी। दरअसल पहले भी हुई बैठक में सोनिया गांधी स्पष्ट कर चुकी हैं कि सोशल मीडिया पर एक्टिव होने से ही काम नहीं चलेगा, नेताओं के तेवर भी आवाम को भी दिखने चाहिए।
दरअसल, मोदी सरकार की नीतियों की पोल खोलने और अर्थव्यवस्था पर लोगों के बीच सरकार को एक्सपोज करने के लिए कांग्रेस ब्रेन स्ट्रोमिंग मीटिंग कर रही है। कांग्रेस ने 1 से लेकर 8 नवंबर तक 35 प्रेस वार्ता कर सरकार को घेरने का प्लान बनाया है। ये प्रेस कांफ्रेंस हर राज्य की राजधानी व बड़े शहरों में होंगी। पार्टी सूत्रों ने यहां मंगलवार को कहा कि प्रेसवार्ताओं में आर्थिक मंदी, किसानों के साथ वादाखिलाफी और युवाओं के मसले उठाए जाएंगे।