काबुल। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने अफगानिस्तान में रह रहे अमेरिकी नागरिकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए उन्हें काबुल एयरपोर्ट की ओर आने से बचने को कहा गया है। दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों के लिए और संभावित हमलों की चेतावनी जारी करते हुए अब्बे गेट, पूर्वी गेट, उत्तरी गेट और न्यू मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर गेट से दूर रहने का सुझाव दिया है।
इसके साथ ही अमेरिकी नागरिकों से सुरक्षा कारणों के चलते अफगानिस्तान की यात्रा नहीं करने के लिए कहा गया है। अमेरिकी दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर बयान जारी कर कहा, काबुल एयरपोर्ट पर सुरक्षा के खतरे के चलते हम अमेरिकी नागरिकों को सलाह देते हैं कि वे एयरपोर्ट की यात्रा न करें और एयरपोर्ट के सभी गेट्स से दूर रहें। दूतावास की यह एडवाइजरी अमेरिकी सेना की उस चेतावनी के बाद आई है जिसमें कहा गया था 31 अगस्त से पहले और हमलों की आशंका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की समयसीमा तय की है जिसे कई देश बढ़ाना चाहते हैं लेकिन तालिबान इस समयसीमा को कायम रखने पर जोर दे चुका है। ह्वाइट हाउस के मुताबिक अमेरिका 14 अगस्त के बाद से करीब 105,000 लोगों को देश से बाहर निकाल चुका है और जुलाई के आखिर से करीब 110,600 लोगों को दूसरी जगह बसा चुका है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह 1000 अमेरिकी नागरिकों को ट्रैक कर रहा है, जो संभवतः अब भी अफगानिस्तान में हैं। आईएसआईएस-के ने गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। इसमें 13 अमेरिकी सैनिक और करीब 170 लोग मारे गए थे। इसकी प्रतिक्रिया में अमेरिकी सेना ने शनिवार को आतंकी संगठन आईएसआईएस-के ठिकाने को हवाई हमले में निशाना बनाया। अफगानिस्तान के नांगहार प्रांत में आतंकी संगठन आईएसआईएस (के) के ठिकानों को ड्रोन हमले के जरिए निशाना बनाया गया। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भी इस हमले की पुष्टि की है। सेंट्रल कमांड के कैप्टन बिल अर्बन ने कहा अफगानिस्तान के नांगहार प्रांत में एक एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने टारगेट को मार गिराया है।