वॉशिंगटन। काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए विस्फोटों में 13 अमेरिकी मरीन कमांडो समेत 90 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पेंटागन ने बताया कि काबुल हवाई अड्डे के पास स्थित बैरन होटल में या उसके करीब एक हमला अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाकर धमाका किया गया। इसमें कई अमेरिकी सैनिक और आम नागरिक हताहत हुए हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने अभी तक अमेरिकी सैनिकों के मौत के आंकड़े की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है। उधर, राष्ट्रपति जो बाइडन कई बार चेतावनी दे चुके हैं कि अगर अमेरिकी नागरिकों पर हमला किया जाता है तो वह तुरंत और कड़ी सैन्य प्रतिक्रिया करेंगे।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ट्वीट कर कहा कि हम पुष्टि कर सकते हैं कि एब्बी गेट पर विस्फोट एक जटिल हमले का परिणाम था जिसके परिणामस्वरूप कई अमेरिकी और अन्य लोग हताहत हुए हैं। हम एब्बी गेट से थोड़ी दूरी पर बैरन होटल में या उसके पास कम से कम एक अन्य विस्फोट की पुष्टि कर सकते हैं। काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों के ऊपर हुए हमले के बाद जो बाइडन तुरंत सिचुएशन रूम से हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। उनके साथ अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी मौजूद हैं।
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जब विस्फोट की सूचना मिली तो बाइडन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ अपनी दैनिक अफगानिस्तान ब्रीफिंग के लिए सिचुएशन रूम में थे। बाइडन प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति और उनके शीर्ष सहयोगी घटना के दो घंटे बाद भी सिचुएशन रूम में ही बने हुए हैं। यहां उनको अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के जमीनी हालात की जानकारी दी जा रही है। जैसे-जैसे हमें इनपुट मिल रहे हैं राष्ट्रपति बाइडन को उसके बारे में जानकारी दी जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन खुद ही कम से कम तीन बार काबुल एयरपोर्ट पर हमले का अलर्ट दे चुके थे। 20 अगस्त को उन्होंने कहा था कि हम हवाई अड्डे पर या उसके आस-पास किसी भी संभावित आतंकवादी खतरे पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं। इसमें अफगानिस्तान में आईएसआईएस सहयोगी शामिल हैं, जो जेलों को तोड़ने के बाद बाहर निकले हैं। 22 अगस्त को भी उन्होंने कहा था कि हम किसी भी स्रोत से खतरों की निगरानी और बाधित करने के लिए निरंतर सतर्कता बनाए हुए हैं। 24 अगस्त को भी बाइडन ने कहा था कि हम जितने लंबे समय तक रहेंगे, आईएसआईएस-के नामक एक आतंकवादी समूह द्वारा हमले का जोखिम उतना ही बढ़ता जाएगा।