मदरलैंड संवाददाता,
आज दिनांक-12.05.2020 को उपायुक्त श्रीमती नैंन्सी सहाय द्वारा जिले के सभी 194 पंचायतों के मुखिया व सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से ऑडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से पंचायत स्तर पर कोविड-19 को लेकर कार्याें के बिन्दुवार समीक्षा की गयी। इस दौरान उन्होंने सभी पंचायतों के मुखिया को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के बचाव व रोकथाम के साथ प्रवासी श्रमिकों के होम क्वारेन्टाइन अवधि के दौरान निगरानी व जागरूक करने का कार्य प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के सहयोग से सुनिश्चित करें। इसके अलावे ऑडियो काॅन्फ्रेसिंग के दौरान उपायुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि सभी मुखिया इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनके क्षेत्र में होम क्वारेन्टाइन किये गये लोग किसी भी स्थिति में घर से बाहर न निकलें व दूसरे लोगों से न मिले। इसके अलावा कहा गया कि इस बात का भी ध्यान रखा जाय कि होम क्वारेन्टाइन किये गये लोगों के परिजन भी अपने आस-पास के अन्य लोगों से न मिले-जुले एवं सामाजिक दूरी का पूर्णतः पालन करें। साथ हीं क्यूआरटी टीम द्वारा नियमित अन्तराल पर होम क्वारेन्टाइन किये गये लोगों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाय।
■ श्रमिकों के सुविधा हेतु राज्य सरकार द्वारा मनरेगा के तहत तीन नई योजनाओं का किया गया है शुभारम्भः- उपायुक्त….
ऑडियो काॅन्फ्रेसिंग के दौरान उपायुक्त श्रीमती नैंन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि राज्य सरकार की ओर से लाॅकडाउन के दरम्यान तीन नई योजनाओं की शुरूआत की गयी है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलाम्बर-पिताम्बर जल समृद्धि योजना, वीर शहीद पोटो हो खेल विकास विकास योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को पारिश्रमिक देने की योजना बनायी गयी है। इसके अलावे उपायुक्त द्वारा योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी एवं योजना के लाभ से जुड़ी जानकारी सभी मुखिया बन्धुओं के बीच साझा की गयी।
*■ बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत एक हजार एकड़ में पौधारोपन करने का लक्ष्य निर्धारितः-उपायुक्त…..*
इस योजना के तहत ग्रामीणों को फलदार वृक्ष लगाने व उसकी देखभाल करने संबंधी रोजगार मिलेगा। इसमें बुजुर्गों और विधवा महिलाओं को प्राथमिकता दी जायेगी, ताकि उनके लिए भी रोजगार उपलब्ध हो सके। इस योजना के जरिये सरकार सड़क किनारे, सरकारी भूमि, व्यक्तिगत या गैर मजरुआ भूमि पर फलदार पौधा लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करेगी। इन पौधों की देखभाल की जिम्मेवारी ग्रामीणों की होगी। अगले पांच साल तक पौधों को सुरक्षित रखने के लिए सहयोग मिलेगा। उन्हें पौधों का पट्टा भी दिया जायेगा, जिससे वे फलों से आमदनी कर सकें। पौधारोपण के करीब तीन साल बाद प्रत्येक परिवार को 50 हजार रुपये की वार्षिक आमदनी होगी। साथ ही फलों की उत्पादकता बढ़ने की स्थिति में फलों को प्रसंस्करण व उसके बाजार उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी। इस योजना के तहत पूरे जिले में एक हजार एकड़ में पौधारोपण के साथ दो लाख पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
■ वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना….
इस योजना का उद्देश्य जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान का विकास करना है। इसके माध्यम से जिले के सभी पंचायतों में खेल के मैदान का निर्माण होना है। साथ ही खिलाड़ियों के लिए खेल सामग्री की व्यवस्था होगी। प्रखंड एवं जिला स्तर पर सुसज्जित प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक ओर जहां सरकार खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का कार्य करेगी, वहीं खेल के माध्यम से नौकरी में आरक्षण भी दिया जायेगा।
■ नीलाम्बर- पीताम्बर जल समृद्धि योजना…..
देवघर जिले में जल संचय बहुत जरूरी है, ताकि बहुफसलीय खेती की जा सके। पौधारोपण पूर्व से ही होता रहा है लेकिन अब पौधरोपण कर आर्थिक लाभ लोगों को पहुंचाना है। इसी के तहत इस योजना से जल संरक्षण के विभिन्न संरचनाओं का निर्माण होगा, ताकि वार्षिक जल संरक्षण क्षमता में वृद्धि की जा सके। साथ हीं बंजर भूमि को खेती योग्य बनाने के लिए बंजर भूमि का संवर्धन होगा।
*इसके अलावे ऑडियो काॅन्फ्रेसिंग के दौरान मौके पर मौजूद उप विकास आयुक्त श्री शैलेन्द्र कुमार लाल* द्वारा जानकारी दी गयी कि श्रमिकों व कामगारों की सुविधा हेतु जल्द हीं काम-धाम एप्प की शुरूआत की जायेगी। इस एप्प के माध्यम से कामगारों को अपने कार्य के अनुरूप अपना पंजीयन एप्प पर करना होगा, ताकि श्रमिकों को अपनी कुशलता एवं रूचि के अनुरूप रोजगार मिल सके। जल्द हीं एप्प को शुरू करने की तैयारी की जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार के माध्यम से जोड़ा जा सके। इसके अलावे आॅडियो काॅन्फ्रेसिंग के दौरान उप विकास ने सभी पंचायतों के मुखिया को निदेशित किया कि आयोग के तहत आने वाली राशि हेतु ग्राम स्तर पर नया खाता खुलवाकर अविलम्ब इसकी जानकारी पंचायती राज कार्यालय को समर्पित करें।
*इस दौरान उपरोक्त के अलावे* परियोजना पदाधिकारी श्री विशम्भर पटेल एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे।