मदरलैंड संवाददाता,
सीवान । स्टाम्प की किल्लत बताकर सीवान में जनता को जमकर लूटा जा रहा है। जनादेश एक्सप्रेस ने पड़ताल की तो ‘किल्लत’ का सच खुद सामने आ खड़ा हुआ। सीवान के बड़हरिया , महराजगंज , बसतपुर , दरौली , रघुनाथपुर हो इन सभी निबंधन कार्यालयों के दफ्तरों के परिसर और बाहर ज्यादातर स्टाम्प विक्रेता 150 रुपए तक अधिक वसूल रहे हैं। जनादेश एक्सप्रेस शनिवार को पड़ताल की तो ‘किल्लत’ का सच खुद सामने आ खड़ा हुआ।पड़ताल में सामने आया कि स्टाम्प भरपूर उपलब्ध होने के बावजूद जान-बूझकर किल्लत का राग अलापा जा रहा है। पैसा ऐंठने के लिए लोगों को पहले मना किया जाता है। आपको बता दें कि सीवान के अनुमंडलीय निबंधन कार्यालय में 10 रुपए का स्टांप 60 रुपए में बिक रहा है। वहीं 50 रुपए के स्टंप 80 रुपए या 100 रुपए में बिक रहा है।वहीं अधिक राशि देने पर 100 रुपए वाला स्टाम्प उपलब्ध करा दिया जाता है। वही 100 वाला स्टांप को 150 रुपय वेंडर को देना पड़ता है तब जाकर वह क्रेता को स्टांप उपलब्ध करा देता है।
अधिकारी नहीं देते हैं ध्यान
छोटे-बड़े ज्यादातर सरकारी कामों में स्टाम्प की अनिवार्यता और समय की कमी के कारण लोग लुटने को मजबूर हो रहे हैं। लेकिन, बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कई औपचारिकताओं में 10 या 50 की जगह 100 रुपए वाला स्टाम्प लगा होने के बावजूद अफसरों का ध्यान इस ओर क्यों नहीं गया? लम्बे समय से लूट चलने के बावजूद यह क्यों नहीं सोचा गया कि लोग 10 और 50 के स्टांप के 100 वाला क्यों लगा रहे हैं।
क्या कहते है अधिकारी
इस संबंध में जिला सब रजिस्टार तारकेश्वर पांडे ने बताया कि स्टांप की जिला में कोई किल्लत नहीं है। भरपूर मात्रा में स्टांप उपलब्ध है। अगर कोई भी बेंडर स्टांप की कीमत से अधिक लेता है तो उसपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।