नाहन। नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल में किसान कई समस्या से जूझ रहा है, मगर सरकार इनकी समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। टिकैत ने कहा कि प्रदेश के मंडी जिला में प्रस्तावित हवाई पट्टी को नहीं बनने दिया जाएगा, यदि यहां किसानों को उनकी जमीन का सरकार द्वारा उचित मुआवजा नहीं दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से हिमाचल में सेब को बड़ा नुकसान पहुंचा है, मगर सरकार प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा नहीं दे पाई है।यदि जल्द ही किसानों की समस्यों पर ध्यान नहीं दिया गया तब भारतीय किसान यूनियन बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी।
टिकैत ने कहा कि हिमाचल में बड़ी मात्रा में धान उगाया जाता है मगर यहां किसानों से धान नहीं खरीदा जाता। इसके बाद हिमाचल में ही धान को खरीदने का प्रावधान होना चाहिए, ताकि किसानों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि कहा कि हिमाचल में उत्पादित होने वाली सब्जियों का एमएसपी सरकार द्वारा घोषित किया जाना चाहिए, क्योंकि सब्जी उत्पादकों को बड़ा नुकसान एमएसडी घोषित ना होने के चलते उठाना पड़ता है। टिकैत ने यह भी कहा कि किसान यूनियन की सरकार से माँग है कि सब्जी उत्पादकों को हिमाचल में ट्रांसपोर्ट सब्सिडी की सुविधा प्रदान की जाए। साथ ही प्रदेश में कृषि आधारित उद्योग स्थापित हो, ताकि किसानों की आय के साधन पैदा हो सके।

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